गजब: हिलने वाले दांत के बजाय तोड़ दिया सही दांत
पीपीपी मोड पर चल रहे जिला चिकित्सालय पौड़ी का मामला
जयन्त प्रतिनिधि
कोटद्वार: भले ही शासन पर्वतीय क्षेत्रों में संचालित अस्पतालों को पीपीपी मोड पर देकर बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मुहैया करवाने के दावे कर रहा हो, लेकिन हकीकत ठीक इसके उलट हैं। आज भी चिकित्सक मरीजों के इलाज को लेकर लापरवाही बरत रहे हैं। ऐसा ही एक मामला पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) मोड पर चल रहे जिला चिकित्सालय पौड़ी में देखने को मिला। जहां दंत चिकित्सक ने आठ वर्षीय बालिका का हिलने वाला दांत निकालने के बजाय सही दांत तोड़ दिया। बालिका के पिता की शिकायत पर चिकित्सालय के एमएस ने कार्रवाई का भरोसा दिया है।
पौड़ी निवासी राकेश रमण शुक्ला ने बताया कि वह अपनी बेटी गौरांशी शुक्ला के दांत हिलने व दर्द होने की शिकायत पर बालिका को जिला अस्पताल के दंत रोग विभाग में ले गए थे। जहां डेंटल सर्जन से हिलते हुए दांत को निकालने के लिए सुझाव लिया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि सर्जन ने दांत को निकालने की बात कही और उन्हें ओपीडी से बाहर भेज दिया। राकेश रमण शुक्ला ने बताया कि उपचार के बाद बेटी के मुंह में रखी रुई को डाक्टर ने आधा घंटे बाद निकालने को कहा। घर पहुंचने पर जब बेटी के मुंह में रखी रुई हटाई तो पाया कि बेटी का हिलता हुआ दांत मुंह में ही है। जबकि मुंह में दूसरे सही एक दांत को निकाल दिया गया है। आरोप लगाया कि बाहर से दवा लेने का भी दबाव भी बनाया गया। वहीं जिला अस्पताल पौड़ी के चिकित्सा अधीक्षक डा. प्रशांत जैन ने बताया कि मामले में डेंटल सर्जन से जानकारी ली गई है। सर्जन ने बताया कि खराब दांत निकाला गया है। अस्पताल में दवा का पूरा स्टाक है। दवा बाहर से लाए जाने की शिकायत को लेकर पहले भी तीन फार्मसिस्टों के खिलाफ कार्रवाई की जा चुकी है। इस शिकायत की भी जांच कर कार्रवाई की जाएगी।