गौला, कोसी को नमामि गंगे परियोजना में जोड़ने की मांग
हल्द्वानी। प्रदेश के पेयजल मंत्री बिशन सिंह चुफाल ने बुधवार देर शाम केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत से दिल्ली में मुलाकात की। उन्होंने काली गंगा, कोसी, गौला, गोमती, सरयू, जमरानी, लोहावती, सौंग, रिस्पना आदि गंगा की सहायक नदियों को नमामि गंगे परियोजना में शामिल करने की मांग उठाई है। साथ ही जल प्रदूषण की रोकथाम एवं जन सुविधा के दृष्टिगत एसटीपी, स्नान एवं मोक्ष घाट की परियोजनाओं को स्वीकृति प्रदान करने का आग्रह किया है। उन्होंने पिथौरागढ़ जिले के थल में राम गंगा पर स्नान व मोक्ष घाट, सरयू नदी एवं रामगंगा नदी के संगम रामेश्वर पर संगम घाट, शारदा नदी की सहायक नदी रौतीस के तट पर पौराणिक दृष्टि से महत्वपूर्ण नागेश्वर घाट और भारत एवं नेपाल दोनों देशों की आस्था के प्रतीक एवं ऐतिहासिक दृष्टि से महत्वपूर्ण हंसेश्वर घाट को प्राथमिकता के आधार पर नमामि गंगे कार्यक्रम के अंतर्गत स्वीकृत किए जाने के लिए भी पत्र सौंपा। चुफाल ने केंद्रीय जल शक्ति मंत्री, भारत सरकार को अवगत कि एनजीटी के निर्देशों पर ऊधमसिंह नगर जिले के 9 एसटीपी हेतु 226.00 करोड़ रुपये की लागत की 07 डीपीआर एनएमसीजी को स्वीकृति को भेजे हैं। इस पर कार्रवाई कराने की मांग की है। चुफाल ने केंद्रीय मंत्री से प्रदेश के ऐसे परिवार जो राजस्व ग्रामों में नहीं रहते हैं उनको भी एफएचटीसी और जल जीवन मिशन के तहत कनेक्शन देने की मांग की है। इस दौरान प्रबंध निदेशक पेयजल उदयराज सिंह मौजूद रहे।