गुलाम कश्मीर में भारत की पिनप्वाइंट एयर स्ट्राइक, आतंकी अड्डों को चुन-चुन कर किया तबाह
नई दिल्ली, एजेंसी। भारतीय सेना ने गुलाम कश्मीर में बड़ी एयर स्टाइक की है। सेना ने आतंकियों के लांचपैड को ध्वस्त किया है। सेना के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार भारतीय सेना ने पीओके में अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई की है। भारतीय सेना ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के अंदर संदिग्ध आतंकी लन्चपैड्स पर कड़ी कार्रवाई की है। हालांकि, भारतीय सेना की ओर से स्पष्ट किया गया कि आज यानी गुरुवार को कोई कार्रवाई नहीं की गई है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने इस रहस्यमय राज्यश् के जरिए एक ही समय में वैश्विक आतंकवाद रोधी संस्घ्था एफएटीएफ द्वारा जांच से बचने के लिए आतंकवाद का विरोध करने और जम्मू-कश्मीर में अशांति फैलाने के उद्देश्य से आतंक का समर्थन करने के बीच एक अच्छा संतुलन का प्रबंधन करने की कोशिश की है।
पिछले कुछ हफ्तों में पाकिस्तान सेना ने जम्मू-कश्मीर में आतंकियों की घुसपैठ का समर्थन करने के लिए भारी स्तर पर आर्टिलरी गन से अंधाधुंध गोलीबारी का सहारा लेकर नियंत्रण रेखा (एलओसी) के भारतीय हिस्से पर नागरिकों को आक्रामक तरीके से निशाना बना रही है। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, इस साल 21 निर्दोष नागरिकों ने पाकिस्तानी गोलीबारी में अपनी जान गंवाई है।
पाकिस्तान ने शुक्रवार को उत्तरी कश्मीर में एलओसी के साथ कई इलाकों में भारी गोलाबारी की जिससे कम से कम चार नागरिकों के अलावा पांच सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए। भारतीय सेना ने टैंक रोधी निर्देशित मिसाइलों और तोपों से कई पाकिस्तानी ठिकानों पर हमला किया, जिसमें कम से कम आठ पाकिस्तानी सैनिक मारे गए और 12 अन्य घायल हो गए।
पाकिस्तान ने शुक्रवार को उत्तरी कश्मीर में एलओसी के साथ कई इलाकों में भारी गोलाबारी की जिससे कम से कम चार नागरिकों के अलावा पांच सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए। भारतीय सेना ने टैंक रोधी निर्देशित मिसाइलों और तोपों से कई पाकिस्तानी ठिकानों पर हमला किया, जिसमें कम से कम आठ पाकिस्तानी सैनिक मारे गए और 12 अन्य घायल हो गए।
पाकिस्तान सेना की कार्रवाई में नागरिकों को विशेष रूप से टारगेट किया जा रहा है। इसके जवाब में भारतीय सेना द्वारा गुलाम कश्मीर में आतंकियों के संदिग्ध लन्चपैड पर हमले किए जा रहे हैं। सूत्रों ने कहा, पाकिस्तान की सहानुभूति हासिल करने और विदेशी दाताओं से उगाही के लिए क्षेत्र में आतंकवादियों की मौत को नागरिक की मौत के रूप में दिखाया गया है। सूत्रों ने बताया कि पाकिस्तानी सेना भी एलओसी के पास भारतीय सेना की चौकियों पर भारी हथियारों के साथ गोलीबारी कर रही है। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, इस साल घुसपैठ की आठ बार कोशिश को नाकाम कर दिया गया है और 14 आतंकवादियों को नियंत्रण रेखा पार करने की कोशिश को विफल कर दिया गया है।
सूत्रों ने कहा कि पाकिस्तान पिछले साल भारत के बालाकोट हवाई हमलों के बाद आतंकवादी प्रशिक्षण शिविरों के स्थान की कड़ी निगरानी कर रहा है। पिछले साल 14 फरवरी को पुलवामा आतंकी हमले में 40 सीआरपीएफ के जवान शहीद हुए थे। इसके जवाब में भारतीय युद्घक विमानों ने पिछले साल 26 फरवरी को पाकिस्तान के अंदर एक जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादी प्रशिक्षण शिविर को उड़ा दिया था, जिसमें कई आतंकी मारे गए थे। भारतीय सेना की कार्रवाई ने सीमा पार आतंकवाद से निपटने में देश के दृष्टिकोण में एक महत्वपूर्ण बदलाव के रूप में दर्शाया। सूत्रों ने कहा कि कश्मीर घाटी में हिंसा भड़काने और आम नागरिकों के जीवन को बाधित करने के पाकिस्तान के प्रयासों को निरर्थक साबित कर दिया है। मुख्यधारा में शामिल होने के लिए बड़ी संख्घ्या में युवा आत्मसमर्पण कर रहे हैं ।
कुछ दिनों पहले भारतीय सेनाओं की एयर स्ट्राइक और सर्जिकल स्ट्राइक का जिक्र करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि भारत ने अब अपने दुश्मनों को करारा जवाब देना शुरू कर दिया है। पहले की तरह अब केवल कूटनीतिक बयान जारी कर देना काफी नहीं रहा। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार सीमावर्ती क्षेत्रों को विकसित करने के लिए प्रतिबद्घ है।