वन विभाग की टीम मौके पर मौजूद, मुख्य वन्य जीव प्रतिपालक को भेजी रिपोर्ट
जयन्त प्रतिनिधि।
सतपुली : जनपद पौड़ी गढ़वाल में गुलदार का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है। गुलदार आये दिन लोगों पर हमला कर रहा है। अभी तक कई लोगों को गुलदार निवाला बना चुका है। बीती सोमवार को देर शाम गुलदार ने एकेश्वर ब्लॉक के ग्राम सिरौली (मुंडयाप) निवासी एक व्यक्ति को मार दिया। गुलदार के हमले के बाद लोगों ने वन विभाग के प्रति रोष जताया। हमले को देखते हुए वन विभाग ने यहां टीम तैनात कर दी है। साथ ही गुलदार को नरभक्षी घोषित करने के लिए मुख्य वन्य जीव प्रतिपालक को भी रिपोर्ट भेजी है।
एकेश्वर ब्लॉक के ग्राम सिरौली (मुंडयाप) के निवासी पूरण सिंह 55 साल पर सोमवार की शाम को किर्खू बाजार से घर लौटते वक्त गुलदार ने हमला कर दिया। शाम को घर नहीं पहुंचने पर ग्राम वासियों ने उनकी खोजबीन की, लेकिन उनका कोई सुराग नहीं मिला। मंगलवार सुबह सात बजे गांव के ही लोगों ने उनका शव देखा। गुलदार द्वारा शव को मुख्य मार्ग से लगभग दो किमी. दूर तक घसीटा गया था, जहां सर धड़ से अलग पड़ा हुआ था। घटना के बाद से क्षेत्र में भारी आक्रोश है। ग्राम प्रधान मुड़ियाप राजेश मुंडेपी ने बताया कि क्षेत्र में लंबे समय से गुलदार का आतंक है। जिसकी सूचना कई बार वन विभाग को दी गई पर कोई कार्यवाही नहीं हुई है। वही सामाजिक कार्यकर्ता संजय बमोला का कहना है कि इससे पहले भी गुलदार ने नजदीकी गांव कोटा पीपली में भी एक महिला पर हमला कर घायल किया गया था। वही मौके पर पहुंची नायब तहसीलदार करिश्मा जोशी का कहना है कि मंगलवार सुबह 8 बजे सूचना मिलते ही तहसील प्रशासन के साथ वन विभाग तथा स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर मौजूद है। जनता की मांग पर शव का पोस्टमार्टम घटना स्थल पर ही कर दिया गया। दमदेवल रेंज के वनाधिकारी स्वप्निल अनिरुद्ध ने कहा कि गुलदार को नरभक्षी घोषित करने तक क्षेत्र में वन विभाग की टीम तैनात कर दी गई है। कार्यवाही पूर्ण होते ही वन विभाग द्वारा गुलदार को मारने के लिए शूटर तैनात कर दिया जाएगा। इसके साथ ही मृतक के आश्रितों को नियमानुसार मुआवजा दिया जाएगा। सामाजिक कार्यकर्ता कविंद्र ईस्टवाल ने कहा कि पहाड़ों में इस तरह की घटनाओं से लोगों का रहना मुश्किल हो रहा है। लोग दहशत में जी रहे है। इस मौके पर उप जिलाधिकारी चौबट्टाखाल, नायब तहसीलदार करिश्मा जोशी, उप वनाधिकारी आइसा बिष्ट, बृजेश कुमार, राजेंद्र सिंह नेगी सहित अनेक प्रशासनिक अधिकारी मौजूद थे।