कुछ दिन पूर्व सतपुली मल्ली में मासूम को बनाया था निवाला
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : सतपुली मल्ली क्षेत्र में वन विभाग की टीम ने देर रात गुलदार को ट्रैंकुलाइल कर पिंजरे में कैद कर लिया है। हालांकि, ग्रामीणों का कहना है कि आसपास के क्षेत्र में अब भी कई अन्य गुलदार घूम रहे हैं। वन विभाग की टीम लगातार क्षेत्र में गश्त कर रही है।
सतपुली मल्ली में गुलदार ने बीते दिन नेपाली मूल के दो मासूम बच्चों पर हमला किया था। जिसमें से एक 3 साल के मासूम को गुलदार ने निवाला बना लिया था। इस घटना के दो दिन बाद गुलदार ने एक बच्चे को घायल कर दिया था। मल्ली सतपुली सहित कुल्हाड और आसपास के क्षेत्र में रह रहे लोगों में डर बना हुआ था। ग्रामीणों ने राष्ट्रीय राजमार्ग जाम कर वन विभाग से गुलदार को नरभक्षी घोषित करने की मांग की थी। जिसके चलते वन विभाग की टीम ने यह कार्रवाई की। यह ऑपरेशन वन्यजीव विशेषज्ञ पशु चिकित्साधिकारी डा. अमित ध्यानी, डा. प्रदीप मिश्रा के नेतृत्व में किया गया। वहीं, स्थानीय लोगों का कहना है कि अभी भी क्षेत्र में दो और गुलदार दिखाई दे रहे है। डीएफओ आकाश गंगवार ने बताया कि विभाग की टीम आगे भी ट्रैंकुलाइल करती रहेगी। विभाग के अफसरों के मुताबिक पकड़े गए गुलदार को हरिद्वार ले जाया जा रहा है। जहां इसकी जांच की जाएगी। वहीं एआईसीसी के सदस्य कांग्रेसी नेता राजपाल बिष्ट ने मल्ली सतपुली में वन विभाग के द्वारा जल्दबाजी करने व पिंजरे हटाए जाने पर नाराजगी जताई हैं। कहा कि अभी लोगों में भय का माहौल है और अभी आसपास गुलदार देखे जा रहे हैं। उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी पुष्पेंद्र राणा ने भी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि सतपुली बाजार में अभी गुलदार की चहलकदमी देखी जा रही है। इसलिए पिंजरे हटाना गलत है।