डिटर्जेट बेचने से लेकर फिल्घ्मों तक का सफर, साझा किया गुलशन ने
देहरादून। फिल्म इंडस्ट्री में बैडमैन नाम के मशहूर गुलशन ग्रोवर को स्कूल की फीस जुटाने के लिए घर-घर जाकर डिटर्जेट पाउडर पड़ा था। तुलाज इंस्टीट्यूट में आयोजित टाक शो बालीवुड अभिनेता ग्रोवर ने छात्र-छात्राओं से जीवन का यह किस्सा साझा किया।
शनिवार दोपहर को संस्थान के सभागार में छात्रों को संबोधित करते हुए गुलशन ने कहा श्मैं तुलाज इंस्टीट्यूट के छात्रों के बीच उपस्थित होकर बेहद प्रसन्न व उत्साहित महसूस कर रहा हूं।श् मेरा बचपन मेरे आज के जीवन की तरह उज्ज्वल नहीं था। मैं एक औसत और आर्थिक रूप से कमजोर परिवार का हिस्सा था। मेरे पिता ने हमेशा मुझे और मेरे भाई-बहनों को हमारी सभी समस्याओं से ऊपर उठकर सपनों और महत्वाकाक्षाओं को पूरा करना सिखाया। मेरा मानना है कि यह सब केवल शिक्षा के माध्यम से प्राप्त किया जा सकता है। कहा कि मेरे पिता ने हमारी शिक्षा में कभी बाधा नहीं आने दी। अपने बचपन के एक किस्से को साझा करते गुलशन ग्रोवर ने कहा कि जब मैं एक स्कूली छात्र था, मेरे पिता को अपने करियर में कुछ कठिनाइयों का सामना करना पड़ा था। एक दौर ऐसा भी आया, जब मुझे अपनी ट्यूशन फीस देने के लिए घर-घर जाकर डिटर्जेट बेचना पड़ता था। इतनी कम उम्र में डिटर्जेट सेल्समैन के रूप में काम करने से लेकर बालीवुड में अपना रास्ता बनाया।
इंडस्ट्री का बैडमैन बनने तक मैंने अपने जीवन में कई उतार-चढ़ाव का सामना किया है। इस किस्से को साझा करने के पीटे मेरा मकसद आप सभी को कड़ी मेहनत के लिए प्रेरित करना है। कहा कि आज प्रियंका चोपड़ा, अनुपम खेर, अनिल कपूर जैसे अभिनेताओं को हालीवुड में अपना नाम बनाते हुए देखकर मुझे गर्व महसूस होता है। इस अवसर पर तुलाज इंस्टीट्यूट की कार्यकारी निदेशक सिल्की जैन मारवाह, उपाध्यक्ष रौनक जैन, उपाध्यक्ष प्रौद्योगिकी डा़ राघव गर्ग, निदेशक डा़ संदीप विजय आदि मौजूद रहे।