बेहतर जीवन की राह बताते हैं गुरु
सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज जानकीनगर में आयोजित किया गया कार्यक्रम
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार:गुरुपूर्णिमा पर रितेश शर्मा सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज जानकीनगर में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें शिक्षकों ने छात्रों को गुरु की महिमा के बारे में बताया। कहा कि शिष्य को बेहतर जीवन जीने की राह एक गुरु ही बताते हैं।
आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ विद्या भारती उत्तराखंड प्रांत के प्रांत प्रचारक भुवन चंद्र व विद्यालय के प्रधानाचार्य लोकेंद्र अंथवाल ने मां सरस्वती एवम महर्षि व्यास के चित्र पर पुष्प अर्पित कर किया। संगठन मंत्री ने छात्र छात्राओं को संबोधित करते हुएं गुरु पूर्णिमा का अर्थ एवम महत्व बताया । उन्होंने कहा कि पौराणिक काल के महान व्यक्तित्व, ब्रह्मसूत्र, महाभारत, श्रीमद्भागवत और अट्ठारह पुराण जैसे अद्भुत साहित्यों की रचना करने वाले महर्षि वेदव्यास का आषाढ़ शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को जन्म हुआ था। कहा कि महर्षि वेदव्यास को आदि-गुरु के रूप में माना जाता है। गुरु पूर्णिमा का यह प्रसिद्ध त्योहार व्यास जी की जयंती के रूप में भी मनाया जाता है। आज के दिन हमें अपने गुरुओं को व्यास जी का अंश मानकर उनकी पूजा करनी चाहिए। गुरु से मन्त्र प्राप्त करने के लिए भी यह दिन श्रेष्ठ माना जाता है। इस दिन गुरुजनों की सेवा करने का बहुत महत्व है। साथ ही उन्होंने छात्र/छात्राओं को योग में अष्टांग योग के पांच अंगों सत्य, अहिंसा, अस्तेय, ब्रह्मचर्य, अपरिग्रह के बारे में बताया । साथ ही छात्र छात्राओं को इन सभी को अंगीकृत करने का संकल्प लेने के लिए प्रेरित किया । इस अवसर पर अनिल कोटनाला, रोहित बलोदी, राहुल भाटिया , राजन शर्मा, प्रकाश कैंथोला, संगीता रावत, सरोज नेगी, मधुबाला नौटियाल, अनिल भटनागर, गौरव बुडाकोटी आदि मौजूद रहे।