ज्ञानार्य वनप्रस्थी की पुस्तक सत्संग सौरभ का किया विमोचन
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार: आर्य गिरधारीलाल महर्षि दयानंद ट्रस्ट की ओर से ज्ञानार्य वनप्रस्थी द्वारा लिखित पुस्तक सत्संग सौरभ का विमोचन किया गया। कहा कि यह पुस्तक समाज को नई दिशा देने का कार्य करेगी।
बलभद्रपुर स्थित एक बारात घर में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। साहित्यकार नंदकिशोर ढौंडियाल, चक्रधर शर्मा, डा.वेदप्रकाश माहेश्वरी, सत्यप्रकाश थपलियाल, डा.मनोरमा ढौंडियाल व जनार्दन बुड़ाकोटी ने पुस्तक का विमोचन किया। पुस्तक की समीक्षा करते हुए साहित्यांचल के अध्यक्ष चंद्रप्रकाश नैथानी ने कहा कि लेखक ने उम्र के इस पड़ाव में भी अच्छे समाज के निर्माण के लिए महर्षि दयानंद सरस्वती के विचारों को रोशनी दी है। उन्होंने वैज्ञानिक दृष्टिकोण अपनाने, नशा मुक्ति, विधवा विवाह का चलन, महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने, शाकाहार का महत्व, पशुबलि निषेध, हिंदी के विस्तार व शिक्षा की गुणवत्ता आदि विषयों पर प्रकाश डाला है। इस मौके पर आर्य गिरधारीलाल महर्षि दयानंद ट्रस्ट के अध्यक्ष डा.सुरेंद्र लाल आर्य, विश्वम्भर दयाल मुनि विश्वमकर्मा ट्रस्ट की अध्यक्ष लक्ष्मी देवी, सतीश कुमार, भरत सिंह, नंदलाल धनगर, अमेरिका सिंह, सुदर्शन कोटनाला, फतेह सिंह नेगी, कौशल्या जखमोला, शूरवीर खेतवाल, आदि मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन ट्रस्ट के सचिव पीएल खंतवाल ने किया।