बागेश्वर। मनरेगा कर्मचारियों के अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाने से गांव में मनरेगा के कार्य ठप हो गए हैं। जिससे गांव में काम करने वाले मनरेगा मजदूरों के सामने भी रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया है। ग्राम प्रधान संगठन ने प्रदेश के मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजकर शीघ्र मनरेगा कर्मचारियों को काम पर लौटाने की मांग की है। खंड विकास अधिकारी त्रिलोक सिंह भाकुनी के माध्यम से प्रदेश के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत को भेजे ज्ञापन में ग्राम प्रधान संगठन के प्रदेश महामंत्री व ब्लाक अध्यक्ष हिमांशु खाती ने कहा है कि मनरेगा कर्मचारियों के अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरु करने से गांवों में मनरेगा के तहत किए जा रहे विकास कार्य ठप पड़ गए हैं।गांवों में मनरेगा के निर्माण कार्यों के मस्ट्रोल जारी नहीं हो रहे हैं। निर्माण कार्यों के एमआईएस फीड नहीं हो रहे हैं। किए गए निर्माण कार्यों का भुगतान नहीं हो पा रहा है। उन्होंने कहा कि कुछ दिनों बाद होली का पर्व शुरु होने वाला है। गांवों की अधिकांश गरीब जनता मनरेगा में काम करके अपनी आजीविका चलाती है। यदि समय पर उनके काम का भुगतान नहीं हुआ तो मनरेगा मजदूरों के त्योहार का रंग फीका हो जाएगा। उन्होंने मजदूरों की समस्या को देखते हुए कर्मचारियों की मांग को पूरा कर शीघ्र उन्हें काम पर लौटाने की मुख्यमंत्री से मांग की है।