हल्द्वानी। केंद्रीय रक्षा एवं पर्यटन राज्य मंत्री अजय भट्ट ने गुरुवार को हल्द्वानी के विकास कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हल्द्वानी के लिए की गई 2000 करोड़ रुपये की घोषणाओं से संबंधित कार्यों का जल्द क्रियान्वयन होगा। शहर में प्रशासनिक भवन बनाने, सड़क, पार्किंग, ट्रांसपोर्ट आदि की डीपीआर अंतिम चरण में है। जल्द ही जनता को हल्द्वानी का विकास धरातल पर दिखेगा और हल्द्वानी शहर आदर्श हाईटेक शहर के रूप में शुमार होगा। गौलापार सर्किट हाउस में केंद्रीय पर्यटन एवं रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने विभिन्न विभागों के अधिकारियों और कार्यदायी संस्था टाटा कंसल्टिंग इंजीनियरिंग (टीसीई) के साथ बैठक की। कहा कि शहर मे पेयजल एवं सीवर योजना की डीपीआर तैयार कर प्रस्तुत कर दी गई है। कार्य जल्द शुरू हो जाएगा। उन्होंने शेष प्रस्तावों पर जल्द डीपीआर तैयार कर 3 महीने के भीतर कार्य शुरू करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। कार्यदायी संस्था टीसीई के इंजीनियरों ने पावर प्वाइंट प्रजेंटेशन के माध्यम से बताया कि शहर की पेयजल व्यवस्था के लिए 835 करोड़, सीवरेज के लिए 462 करोड़, प्रशासनिक भवन, वेंडर जोन, सड़क चौडीकरण, पार्किंग, ट्रांसपोर्ट और फुटपाथ के लिए 500 करोड़ व फायर एवं इमरजेंसी सर्विस के लिए 100 करोड का डीपीआर तैयार कर ली गई है। पेयजल समस्या के समाधान के लिए नए 11 ओवरहेड टैंक और 8 नए ट्यूबवेल बनाए जाने हैं। साथ ही शहर में बरसात के दौरान नैनीताल रोड व कालाढूंगी रोड में जलभराव समाप्त करने के लिए ड्रेनेज प्लान भी प्रस्तावित है। रोड कनेक्टिविटी, पर्वतीय क्षेत्रों के लिए अलग से बस स्टेशन, अडिटोरियम भी बनाया जाएगा। बैठक में उच्चशिक्षा मंत्री ड़ धन सिंह रावत, मेयर ड. जोगेंद्र रौतेला, भाजपा जिलाध्यक्ष प्रताप बिष्ट, लक्ष्मण सिंह खाती, डीएम धीराज गर्ब्याल, एसएसपी पंकज भट्ट, प्रभागीय वनाधिकारी वैभव कुमार, नगर आयुक्त पंकज उपाध्याय, ईई पेयजल अशोक कुमार कटारिया, ईई सिंचाई केएस बिष्ट, एआरटीओ विमल पांडे, दीपांकर दत्ता, उर्मिला अधिकारी, हिमांशु टंडन आदि मौजूद रहे।