खटीमा विधायक द्वारा मांगे गए दस विकास कार्यों में से आधे सीएम की घोषणा में शामिल
रुद्रपुर। किसान आयोग के उपाध्यक्ष राजपाल सिंह ने कहा कि उत्तराखंड को 2025 तक भारत के अग्रणीय राज्यों में शामिल करने के उद्देश्य से सीएम पुष्कर धामी ने हर विधायक से उनके क्षेत्र के 10 विकास कार्यों का मांग पत्र मांगा था। ताकि राज्य का हर क्षेत्र विकसित हो सके। इसके लिए किसी भी प्रकार का राजनीतिक भेदभाव नहीं किया गया। खटीमा विधायक ने जो दस मांगों से भरा पत्र भेजा है उनमे से आधी सीएम की घोषणाओं में शामिल हैं या निर्माणाधीन हैं। अन्य मांग ऐसी हैं जो विधायक, पालिकाध्यक्ष, मंडी चेयरमैन के स्तर के हैं। मंडी विश्राम गृह में आयोजित पत्रकार वार्ता में किसान आयोग उपाध्यक्ष सिंह ने कहा कि क्षेत्रीय विधायक ने जो दस विकास कार्यों की सूची सीएम को भेजी है। उसमें सिवर लाइन, गोशाला, एंठा व खकरा नाले के ऊपर रास्ता यह सीएम की घोषणा में शामिल हैं। गोशाला का निर्माण चल रहा है, पहेनिया पुल का प्रस्ताव तैयार है, गांगी से जीरो बंधा मार्ग यूपी के कारण अटका हुआ है, आंबेडकर छात्रावास की मांग की गई है, जबकि एससी के बच्चों के लिए एकलव्य विद्यालय की तर्ज पर विद्यालय मांगा जाना चाहिए था, नगर में सात किलोमीटर टाइल्स रोड मांगी गई है नगर पालिका पहले से ही यह काम कर रही है, सिसैया मेलाघाट में टाइल्स रोड विधायक स्वयं बना सकते हैं। अगर विधायक चाहते तो खटीमा में रोजगार के लिए मिनी सिडकुल, किसानों के लिए गांव में छोटी मंडियों का निर्माण, कोल्ड स्टोर, वर्ग दो, तीर, चार, पांच, सात, नौ की समस्या का समाधान, एक ट्रमा सेंटर, राइस मिलर्स के लिए भंडारण के लिए गोदाम, जर्जर विद्यालयों का पुर्ननिर्माण, थानारा-कामन नदी को चेनलाइज करने, पंजाब और जम्मू कश्मीर के लिए सीधी रेल सेवा, षि शोध केंद्र जैसी योजनाएं मांगी जानी चाहिए थी। जिसका लाभ पूरे क्षेत्र के लोगों को मिलता। विधायक के पास कोई विजन नहीं है। तीन से चार लोगों के बीच घिरे विधायक केवल सोशल मीडिया में बयानबाजी करते हैं। यहां मंडी चेयरमैन नंदन सिंह खड़ायत, टीवीएस के अध्यक्ष गोपाल बोरा, अमित कुमार पांडेय थे।