हमास ने किया आतंकवादी हमला, फिलिस्तीन के खिलाफ नहीं भारत, विदेश मंत्रालय की दो टूक, दोहराई अपनी नीति
नई दिल्ली, एजेंसी। इजरायल पर हुए अब तक के सबसे घातक हमले को भारत ने एक बार फिर से आतंकवादी हमला करार दिया है। भारत ने स्पष्ट शब्दों में इसकी निंदा की है। हालांकि, विदेश मंत्रालय ने फिलिस्तीन के मुद्दे पर भी अपनी घोषित नीति को दोहराया है। भारत ने कहा है कि वह फिलिस्तीन के खिलाफ नहीं है और संप्रभु व स्वतंत्र फिलिस्तीन की मांग का समर्थन करता है। फिलिस्तीन के मुद्दे पर भारत के रुख संबंधी एक सवाल पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि नई दिल्ली ने इजरायल के साथ शांतिपूर्ण सहअस्तित्व वाले एक संप्रभु एवं व्यवहारिक फिलिस्तीन देश की स्थापना के लिए सीधी बातचीत फिर से शुरू करने की हमेशा वकालत की है। इजरायली शहरों पर हमास के हमलों पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि भारत इन्हें आतंकवादी हमला मानता है।
फिलिस्तीनी समूह हमास के खिलाफ इजरायल कोई भी रहम दिखाने के मूड में नहीं है। खबर है कि प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की सरकार ने घायल आतंकियों का इलाज नहीं करने का फैसला किया है। स्वास्थ्य मंत्री मोशे अर्बल ने नेतन्याहू को बताया है कि उन्होंने सार्वजनिक अस्पतालों में हमास के आतंकियों का इलाज रोकने के आदेश दे दिए हैं। पीएम के नाम उन्होंने पत्र लिखा कि जंग की शुरुआत से ही हमास के घृणित आतंकवादियों के सार्वजनिक अस्पतालों में इलाज के मुद्दे ने स्वास्थ्य व्यवस्था के सामने बड़ी मुश्किलें पैदा की हैं। उन्होंने लिखा कि इस मुश्किल समय में स्वास्थ्य व्यवस्था को आपराधिक नरसंहार के पीड़ितों, आईडीएफ के सैनिकों और आने वाली मुश्किलों की तैयारी पर ध्यान लगाना चाहिए।