ग्रामीणों के लिए वरदान बना हंस फाउंडेशन
चम्पावत। हंस फाउंडेशन ग्रामीणों के लिए वरदान बन रहा है। ये फाउंडेशन एंबुलेंस के जरिए दूरस्थ क्षेत्रों में जाकर मरीजों का उपचार कर रहा है। फाउंडेशन जिले के पहाड़ी हिस्से में छह एंबुलेंस का संचालन कर रहा है। हंस फाउंडेशन दूरस्थ क्षेत्र के ग्रामीणों के लिए मदद्गार बन रहा है। हंस फाउंडेशन ने जुलाई 2022 से जिले के पहाड़ी हिस्से में काम करना शुरू किया। चम्पावत व लोहाघाट ब्लक में दो-दो और पाटी व बाराकोट में एक-एक एंबुलेंस के सहारे दूरस्थ क्षेत्रों में मरीजों का इलाज किया जा रहा है। इससे अब तक आठ हजार से अधिक मरीजों का उपचार किया जा चुका है। जबकि दो हजार से अधिक मरीजों के खून की जांच की जा चुकी है। एंबुलेंस में एक डक्टर, एलटी, एसपीओ समेत पांच लोगों की तैनाती की गई है। एंबुलेंस से 30 से अधिक खून की जांच होती हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में रोस्टर बना कर एंबुलेंस का संचालन किया जा रहा है। एंबुलेंस के जरिए सीमांत पंचेश्वर, डुंगरा बोहरा, रौंसाल, वालिक और सिमलखेत के दूरस्थ इलाकों में मरीजों की नब्ज देखी जा रही है। गांव में ही उपचार मिलने से ग्रामीणों को अन्य क्षेत्रों की दौड़ नहीं लगानी पड़ रही है।