हरिद्वार-देहरादून और ऋषिकेश-देहरादून राष्ट्रीयकृत मार्ग को अराष्ट्रीयकृत घोषित किया जाय
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। गढ़वाल मोटर ओनर्स यूनियन लिमिटेड के प्रतिनिधि मंडल ने उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत से मुलाकात की। इस दौरान प्रतिनिधि मंडल ने चारधाम यात्रा की वापसी मार्ग श्रीनगर-पौड़ी-सतपुली-कोटद्वार-ऋषिकेश-हरिद्वार करने, हरिद्वार से देहरादून (वाया रायवाला) एवं ऋषिकेश से देहरादून (वाया डोईवाला) के मार्ग को निजी परिवहन कंपनी के वाहनों को संचालित करने के लिए राष्ट्रीयकृत मार्ग को अराष्ट्रीयकृत घोषित करने सहित 11 सूत्रीय मांग पत्र मुख्यमंत्री को सौंपा। सीएम ने प्रतिनिधि मंडल को प्राथमिकता के अनुसार समस्याओं के निस्तारण का आश्वसन दिया।
यूनियन के अध्यक्ष जीत सिंह पटवाल, जरनल मैनेजर श्रीमती ऊषा सजवाण, पयर्टन अधिकारी अनिल बर्गली ने प्रदेश के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत से मुलाकात की। जीत सिंह पटवाल ने कहा कि कंपनी के पेट्रोल पंपों में कार्यरत कर्मचारी एवं चालक-परिचालकों को फ्रंटलाइन वर्कर की भांति कोरोना वारियर्स घोषित किया जाय। पूर्व की भांति परमिट नवीनीकरण शुल्क, फिटनेस एवं लाईसेंस में एक वर्ष की छूट और कंपनी वाहनों के मोटरयान कर एक वर्ष (1 मई 2021 से 31 मार्च 2021) तक छूट दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि कोटद्वार-पाखरौ-मोरघट्टी-कालागढ़-रामनगर वन मार्ग मोटर मार्ग पर जनहित में बस सेवा संचालित की जाय। गिवईस्रोत कोटद्वार में लोक निर्माण विभग के स्टोर के समीप खाली पड़ी भूमि को कंपनी की बसों के लिए पार्किंग हेतु आवंटित की जाय। श्री पटवाल ने कहा कि लालढांग-चिल्लरखाल मोटर मार्ग पर वन विभाग दुगना टोल टैक्स ले रहा है। पहले ही वाहन स्वामी, चालक और परिचालक आर्थिंक संकट से जूझ रहे है। लॉकडाउन के कारण कंपनी की बसें खड़ी है। जिससे कंपनी एवं वाहन मालिकों को काफी नुकसान हो रहा है। बसों का संचालन बंद होने से समस्त चालक-परिचालक बेरोजगार हो गये है। आय का कोई साधन नहीं है। इसके बावजूद भी वन विभाग द्वारा दुगना टोल टैक्स लिया जा रहा है।