देहरादून। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कौसानी में खोली गई शराब की दुकान के विरोध में नौ अगस्त को रक्षा बंधन के दिन वहां सांकेतिक विरोध प्रकट करते हुए धरना देंगे। उन्होंने ऐलान किया है कि गांधी की धरती कौसानी में शराब की दुकान बर्दाश्त नहीं की जाएगी। पूर्व सीएम ने गांधीवादी संगठनों से भी सांकेतिक विरोध में भाग लेने की अपील की है। उन्होंने कहा कि इस मुहिम को हम आगे भी चलाएंगे, ग्रामीण अंचलों में शराब की दुकानें बंद हों या उनकी संख्या घटाई जाए। उन्होंने कहा कि शराब पीना एक बात है और उसके लिए शराब की दुकानें खोलना, यह आम बात है। मगर गांव-गांव में शराब की दुकानें खोलना और शराब की उपलब्धता को इतना सरल बना देना कि जैसे वह शराब की दुकान न हो, दूध की दुकान हो। यह चिंता का विषय है। आज लोग शराब पी नहीं रहे हैं, शराबी हो रहे हैं और इसमें सरकार की नीति का दोष है। दूसरी तरफ सूखा नशा भी गांवों तक पहुंच रहा है, यह इस पर्वतीय राज्य के जड़ों में मट्ठा डालने जैसा है।