हेट स्पीच मामलारू यति नरसिंहानंद जेल में पहले दिन खामोश रहे
हरिद्वार। महिलाओं को लेकर अमर्यादित टिप्पणी और धर्म संसद में भड़काऊ भाषण देने के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेजे गए जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद जेल में पहले दिन खामोश रहे। उन्होंने जेल प्रशासन के समक्ष कोई परेशानी नहीं रखी न ही कोई विशेष डिमांड को लेकर जेल के किसी अफसर से संपर्क साधा। सोमवार सुबह के वक्त अखबार पढ़कर कई घंटों तक समय व्यतीत किया।
जेल में वसीम रिजवी उनके साथ एक ही बैरक में ही हैं। यति नरघ्सघ्ंिहानंद को शनिवार की रात हरिद्वार पुलिस ने उनके खिलाफ दर्ज दोनों मामलों में गिरफ्तार कर लिया था। वे रिजवी की गिरफ्तारी के विरोध में उत्तरी हरिद्वार के सर्वानंद घाट पर अनशन कर रहे थे। शनिवार रात सीने में दर्द होने की वजह से जिला अस्पताल में गुजरी थी, लेकिन रविवार सुबह पुलिस ने मेडिकल परीक्षण के बाद कोर्ट में पेश कर जेल में शिफ्ट कर दिया था।
बकौल जेल अधीक्षक मनोज कुमार आर्य यति नरसिंहानंद ने किसी भी तरह की कोई इच्छा नहीं व्यक्त की है। रात को वह सो गए थे, उसके बाद सुबह उठकर योगा व प्रणायाम भी किया। सुबह के वक्त अखबार उन्होंने मांगा था, जो उन्हें उपलब्ध करा दिया गया था। उन्हें जितेंद्र त्यागी उर्फ वसीम रिजवी की बैरक में ही शिफ्ट किया गया है।