बेजुबान जानवरों के लिए देवदूत बने पुलिसकर्मी मुकेश डिमरी
हरिद्वार। डीजीपी उत्तराखंड के मिशन हौसले के तहत मित्र पुलिस करोना काल में निर्णायक भूमिका निभाती नजर आ रही है। पुलिसकर्मी सेवा कार्यों से मित्र पुलिस की छवि को पूरे प्रदेश में सुंदर तरीके से प्रस्तुत कर रहे हैं। लोगों का विश्वास भी पुलिस के प्रति बढ़ रहा है। हर की पैड़ी चौकी पर तैनात पुलिसकर्मी मुकेश डिमरी अपनी अच्छी कार्यशैली से जनता के बीच लोकप्रिय हो रहे हैं। मुकेश डिमरी कोरोना काल में बेजुबान जानवरों का विशेष ध्यान रख रहे हैं। नियमित रूप से बंदरों को गुड, चना, ब्रेड, फल खिलाकर बंदरों का पेट भर रहे हैं। बंदर भी मुकेश डिमरी की आमद से उनके आसपास एकत्र हो जाते हैं। मुकेश डिमरी हर की पैड़ी के आसपास घूमने वाली गायों को भी चारा खिलाने का काम कर रहे हैं। मुकेश डिमरी की कार्यशैली की प्रशंसा क्षेत्र के लोग कर रहे हैं। व्यापारी नेता सुनील सेठी का कहना है कि बेजुबान जानवर लोगों पर ही आश्रित होते हैं। बंदर, लंगूर गंगा घाटों, धर्मशाला मंदिरों के आसपास बड़ी संख्या में रहते हैं। कोरोना काल के चलते यात्री धर्म नगरी में नहीं पहुंच रहे हैं। ऐसे में लोगों पर आश्रित जानवर भूखे प्यासे है। लेकिन मुकेश डिमरी जानवरों के मसीहा बने हुए हैं। प्रतिदिन जानवरों का पेट भरने का काम कर रहे हैं। यह अतुल्य कार्य है। पुलिसकर्मी मुकेश डिमरी की कार्यशैली ही उनकी प्रशंसा का मुख्य कारण है। मुकेश डिमरी ने बताया कि पिछले वर्ष भी हर की पैड़ी चौकी पर नेकी की चारपाई लोगों के सहयोग से लगाई गई थी। चारपाई पर जरूरतमंदों के लिए खाद्य सामग्री रखी गई थी। मुकेश डिमरी ने बताया कि जानवरों का पेट भरने से मन को प्रसन्नता मिलती है। जरूरतमंदों की सेवा अवश्य करनी चाहिए। पुलिस की ड्यूटी में समय तो नहीं मिलता है। लेकिन कुछ समय निकालकर सेवा के कार्यों में अपना योगदान कर देता हूं।