रौता स्कूल की प्रभारी प्रधानाध्यापिका निलंबित, बीईओ कार्यालय अटैच
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी : प्रदेश सरकार के सरकारी विद्यालयों में व्यवस्थाएं दुरस्त करने के दावे खोखले नजर आ रहे है। जनपद पौड़ी गढ़वाल के थलीसैंण ब्लॉक में प्रभारी प्रधानाध्यापिका द्वारा बच्चों के पठन-पाठन के लिए एक महिला को रखे जाने और स्कूल से आए दिन गायब रहने का मामला प्रकाश में आया है। स्कूल से गायब रहने व विद्यालय में बच्चों के पठन-पाठन के लिए गांव की एक महिला को रखे जाने सहित अन्य अनियमितताओं के मामले में शिक्षा विभाग ने थलीसैंण के राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय रौता की प्रभारी प्रधानाध्यापिका को निलंबित कर दिया है। निलंबित प्रधानाध्यापिका को उप शिक्षा अधिकारी कार्यालय थलीसैंण से संबद्ध कर दिया है।
खंड शिक्षा अधिकारी थलीसैंण विवेक पवांर ने बताया कि बीते 29 अप्रैल को प्रभारी समन्वयक सीआरसी पोखरी ने राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय रौता का निरीक्षण किया गया। इस दौरान स्कूल की प्रधानाध्यापिका अनुपस्थित पाई गई। छात्रों व एक अन्य स्थानीय व्यक्ति द्वारा बताया गया कि प्रभारी प्रधानाध्यापिका अक्सर स्कूल से गायब रहती है। इतना ही नहीं, यह भी बताया गया कि विद्यालय में पढ़ाने के लिए ग्राम गडसारी की एक महिला आती है। निरीक्षण के दौरान स्कूल में छात्र व अध्यापक उपस्थिति पंजिका व अन्य कार्यालय अभिलेख नहीं पाए गए। बच्चों द्वारा यह भी बताया गया कि उनके लिए मध्याह्न भोजन भी नहीं बनाया जाता है। खंड शिक्षा अधिकारी थलीसैंण विवेक पवांर ने बताया कि इससे पहले भी उक्त शिक्षिका को कार्य में सुधार लाने की हिदायत दी गई थी। लेकिन सुधार नहीं देखने को मिला। उन्होंने बताया कि इसकी जांच रिपोर्ट बनाकर जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक शिक्षा पौड़ी को भेजी गई। मामले को गंभीरता से लेने के बाद जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक शिक्षा डा. शिव पूजन सिंह ने राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय रौता की प्रभारी प्रधानाध्यापिका रुपा रावत को निलंबित करने के साथ ही उप शिक्षा अधिकारी कार्यालय थलीसैंण संबंद्व करने के आदेश जारी कर दिए हैं।