स्वास्थ्य मंत्री ने श्रीनगर में भर्ती डेंगू मरीजों का जाना हाल-चाल
स्वास्थ्य विभाग को बेहतर उपचार देने के दिए निर्देश
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी : उच्च शिक्षा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने श्रीनगर विधानसभा के अंतर्गत विभिन्न कार्यक्रमों में प्रतिभाग करतें हुए योजनाओं का लोकापर्ण व शिलान्यास किया। उन्होंने कहा कि केंद्र व प्रदेश सरकार निरंतर रूप से विकास कार्य कर रही है। स्वास्थ्य मंत्री ने मेडिकल कॉलेज श्रीनगर का निरीक्षण करते हुए वहां भर्ती डेंगू मरीजों का हाल-चाल जाना। उन्होंने चिकित्सकों व संबंधित अधिकारियों को डेंगू की रोकथाम के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
कैबिनेट मंत्री ने विद्या मंदिर श्रीकोट में संस्कृत छात्र प्रतियोगिता के कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। उन्होंने कहा कि संस्कृति के साथ-साथ संस्कृत को बचाकर रखना भी हमारा लक्ष्य होना चाहिए। कहा कि यह भाषा हमें हमारे पूर्वजों से विरासत में मिली है, इसे संजोकर रखना हम सभी की जिम्मेदारी है। वहीं स्वास्थ्य मंत्री ने आयुष्मान भव: अभियान के तहत राजकीय पॉलिटेक्निक, श्रीनगर में आयोजित रक्तदान शिविर कार्यक्रम में प्रतिभाग करते हुए रक्तदान करने पहुंचे लोगों को इस नेक कार्य के लिए धन्यवाद किया व उन्हें सम्मानित भी किया गया। मंत्री ने विकासखंड सिर्खू के बलोड़ी गांव स्थित वृद्धाश्रम की सड़क के डामरीकरण कार्य का शिलान्यास किया। उन्होंने कहा कि इस कार्य से आम लोगों को सुविधा मिल सकेगी। इसके अलावा उन्होंने राजकीय महाविद्यालय खिर्सू में आयुष्मान भव: अभियान के तहत किए गए रक्तदान शिविर कार्यक्रम में प्रतिभाग करते हुए सभी रक्तदाताओं को शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि रक्तदान जैसे कार्यक्रमों में लोगों को प्रतिभाग करना चाहिए, जिससे जरूरतमंद लोगों को रक्त की कमी ना हो।
दूरस्थ क्षेत्रों को विकसित और अग्रणी बनाना सरकार का कर्तव्य
पौड़ी। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने राजकीय इंटर कॉलेज खिर्सू में नवनिर्मित भौतिक प्रयोगशाला का विधिवत लोकार्पण किया। कहा कि दूरस्थ गांवों के बच्चों को हर प्रकार की शिक्षा देने के साथ-साथ राज्य सरकार उन्हें विद्यालयों में सभी तरह की मूलभूत सुविधाएं प्रदान कराने के लिए तत्पर है। इसके बाद मंत्री ने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र खिर्सू के नवनिर्मित अतिथि गृह के मरम्मत व सौन्दर्यीकरण का लोकार्पण व महाविद्यालय खिर्सू के निर्माणाधीन भवन का स्थलीय निरीक्षण किया। कहा कि दूरस्थ क्षेत्रों को शिक्षा के लिहाज से विकसित और अग्रणी बनाना हमारा कर्तव्य है, जिसकी पूर्ति के लिए हम निरंतर प्रतिबद्ध हैं।