कार्यकाल खत्म, धरने पर डटे स्वास्थ्य कर्मी
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार: राजकीय बेस चिकित्सालय में तैनात 33 आउसोर्स स्वास्थ्य कर्मियों का गुरुवार को कार्यकाल समाप्त हो गया है। वहीं, सरकार से उम्मीद की आस में स्वास्थ्य कर्मियों ने अपना धरना जारी रखने की चेतावनी दी है।
कोरोना संक्रमण बढ़ने पर शासन की ओर से राजकीय बेस चिकित्सलय में आउसोर्स स्वास्थ्य कर्मियों की तैनात की गई थी। लेकिन, अब कोरोना संक्रमण थमने के बाद बाद स्वास्थ्य विभाग ने 31 मार्च से इन सभी स्वास्थ्य कर्मियों की सेवाएं बंद कर दी है। स्वास्थ्य विभाग व शासन के फैसले से आक्रोशित स्वास्थ्य कर्मियों का धरना चौथे दिन भी जारी रहा। बेस अस्पताल के कोविड सेंटर के बाहर धरने पर बैठे स्वास्थ्य कर्मियों ने शासन पर उनकी अनदेखी का आरोप लगाया। कहा कि उन्हें कोरोनाकाल में अस्पताल की स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को संचालित करने के लिए रखा गया था। 30 सितंबर 2021 के शासनादेश में कोविड-19 के अंतर्गत नियुक्त कर्मचारियों की संविदा अवधि को एक वर्ष के लिए बढ़ा दिया गया था, लेकिन अब उनके कार्य की अनदेखी करते हुए उनकी 31 मार्च को सेवा समाप्त की जा रही हैं। ऐसे में रोजगार और जीविका चलाने का संकट पैदा हो जाएगा। उन्होंने बेस अस्पताल के पीएस, सीएमओ और जिलाधिकारी पौड़ी से उनका कार्यकाल जारी रखने की मांग की। इस मौके पर हिमांशु लिंगवाल, राकेश रावत, मोनिका, स्वाति, समीक्षा, कनिका, युद्धबीर सिंह, मनीश कुमार, सचिन भंडारी, वंदना, देवेश सारस्वत, सौरभ, जितेंद्र, सोमित, मुकेश रावत, मनोज सिंह, अनूप सिंह, मीनाक्षी देवी, ललिता, दिव्या रावत, साक्षी रावत, आयुष रावत, रजनी फरतियाल और प्रदीप रावत आदि मौजूद रहे।