सिक्किम के नाथुला में भारी हिमस्खलन से सात की मौत, पीएम मोदी और गृह मंत्री शाह ने जताया दुख
गंगटोक, एजेंसी। सिक्किम नाथुला में मंगलवार सुबह हुए भारी हिमस्खलन में सात पर्यटकों की मौत हो गई, जबकि 20 लोगों को बचा लिया गया। घायलों को घटनास्थल पर ही मेडिकल सुविधा दी जा गई। अभी भी कइयों के फंसे होने आशंका है। ऑपरेशन ऑल आउट के तहत युद्ध स्तर पर राहत व बचाव कार्य जारी है। मंगलवार सुबह हुए इस भीषण हादसे पर प्रधानमंत्री मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री शाह ने दुख जताया है।
सेना के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल महेंद्र रावत ने बताया कि मंगलवार सुबह करीब 11.10 बजे, गंगटोक को नाथुला से जोड़ने वाले जवाहरलाल नेहरू मार्ग पर भारी हिमस्खलन हुआ। नाथूला के रास्ते में 20-30 पर्यटकों के साथ लगभग 5-6 वाहनों के बर्फ के नीचे दबने की आशंका है। घटना की जानकारी मिलते ही त्रिशक्ति कोर, भारतीय सेना और बीआरओ परियोजना की स्वास्तिक की टीम तुरंत राहत व बचाव कार्य शुरू किया।
सेना प्रवक्ता ने बताया कि शाम चार बजे तक 20 पर्यटकों को बचाया गया है, इनमें छह को गहरी घाटी से बचाया गया है। उन्हें हल्की चोटें आई हैं। डॉक्टरों की टीम ने उनका इलाज किया। वहीं इस दुर्घटना में सात लोगों ने दम तोड़ दिया है। सूत्रों के मुताबिक इनमें चार पुरुष, दो महिलाएं और एक बच्चा शामिल है। सेना, राज्य आपदा प्रबंधन दल और पुलिस लोगों की तलाश में राहत व बचाव अभियान जारी रखे हुए है। इसके अलावा सड़क से बर्फ हटाने के बाद रास्ते में फंसे 350 पर्यटकों और 80 वाहनों को बचाया गया।
वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हादसे पर दुख जताया। उन्होंने कहा कि सिक्किम में हिमस्खलन से व्यथित हूं। उन लोगों के प्रति संवेदना, जिन्होंने अपनों को खोया है। मुझे उम्मीद है कि घायल जल्द ही ठीक हो जाएंगे। बचाव अभियान जारी है और प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता प्रदान की जा रही है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी सिक्किम में हिमस्खलन में हुई मौतों पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि हम स्थिति पर करीब से नजर रख रहे हैं और एनडीआरएफ की टीमें जल्द ही प्रभावित इलाके में पहुंचेंगी। मैं घायलों के जल्द स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।
सिक्किम नाथुला सीमा क्षेत्र में बड़े हिमस्खलन से सात पर्यटकों की मौत होने और 11 लोगों के घायल होने की खबर है। वहीं, समाचार एजेंसी एएनआई के ने पुलिस अधिकारियों के हवाले से बताया कि गंगटोक को नाथुला से जोड़ने वाले जवाहरलाल नेहरू मार्ग पर 14वें मील पर बचाव अभियान जारी है। बर्फ में फंसे 22 पर्यटकों को रेस्क्यू कर लिया गया है। सड़क से बर्फ हटाने के बाद 350 फंसे पर्यटकों और 80 वाहनों को भी बचा लिया गया है।
डीएम गंगटोक से प्राप्त टेलीफोनिक जानकारी के अनुसार, सभी पर्यटकों और पर्यटक वाहनों का आंकलन कर लिया गया है। अभियान फिलहाल रोक दिया गया है। एनडीआरएफ की और टीमों की आवश्यकता नहीं है। हताहत पर्यटकों का विवरण बाद में साझा किया जाएगा। हालांकि, सिक्किम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण से प्राप्त एक रिपोर्ट के अनुसार, 12 पर्यटकों का सोचागंग में इलाज चल रहा है और सात की कथित तौर पर मौत हो गई है।
भारतीय सेना ने बताया कि गंगटोक-नाथुला रोड पर शाम 5.35 बजे उसी स्थान पर एक और भूस्खलन हुआ। हिमपात भी शुरू हो गया है जिससे बचाव अभियान में दिक्कत आ रही है। अधिक भूस्खलन के डर से जिला प्रशासन द्वारा बचाव और तलाशी अभियान बंद कर दिया गया है।