भारी बारिश, आंधी व तूफान से पछुवादून से लेकर जौनसार बावर तक जनजीवन अस्तव्यस्त
विकासनगर। शनिवार तड़के अचानक मौसम बिगड़ने के बाद जबरदस्त आंधी-तूफान और बारिश ने तबाही मचा दी है। जिसके चलते पछुवादून से लेकर जौनसार बावर में जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है। आंधी से पूरे पछुवादून में बिजली के पोल और लाइनें कई जगह टूटने से बिजली आपूर्ति पूरी तरह से ठप रही। बिजली न होने से पानी की भी आपूर्ति रही। लोग दिनभर बिजली-पानी के लिए तरसते रहे। आंधी-तूफान के कारण बिजली की लाइनों के टूट जाने से करीब साठ लाख रुपये से अधिक का नुकसान होने का अनुमान लगाया गया है। आंधी-तूफान में विकासनगर, कालसी और चकराता तहसीलों में कई लोगों के घरों की छतें उड़ गयी। कई मकान ध्वस्त हो गये, जिससे लोग बेघर हो गए हैं। शनिवार तड़के करीब तीन बजे एकाएक मौसम बिगड़ गया। बारिश की बौछारों के साथ ही तेज आंधी तूफान चला। करीब दो घंटे तक चले आंधी तूफान से पछुवादून के विकासनगर, सहसपुर, सेलाकुई, हरबर्टपुर, डाकपत्थर सहित सभी छोटे-बड़े कस्बों, गांवों में बिजली की लाइनें जगह-जगह ध्वस्त हो गयी और बिजली के पोल टूट गये। जिससे पूरे क्षेत्र में अंधेरा छा गया। बिजली गुल होने से सुबह के समय पानी भी नहीं आया। हालांकि सुबह मौसम साफ हो गया और चटक धूप खिल गयी। जिससे लोगों की समस्याएं और भी बढ़ गयी। धूप खिलने के बाद उमस भरी गर्मी से लोग परेशान हो गए। विकासनगर में पंद्रह बिजली के पोल टूटने के साथ ही करीब तीन दर्जन से अधिक जगह लाइनें टूट गयी। कई स्थानों पर लाइनों के ऊपर पेड़ टूट गये। तीन बजे बिजली गुल होने के बाद ऊर्जा निगम के आला अधिकारी व कर्मचारी लाइनों की मरम्मत करने में जुट गये। जिसके बाद विकासनगर में बारह घंटे बाद करीब ढाई बजे बिजली आपूर्ति शुरु हो पायी। एसडीओ विकासनगर मनोज कंडवाल ने बताया की करीब 28 लाख रुपये का नुकसान हुआ है। जबकि हरबर्टपुर व सहसपुर में दस पोल डेढ़ टूट गए और दर्जनभर जगह लाइनें टूटी। कड़ी मशक्कत के बाद 12 बजे बाद बिजली की आपूर्ति शुरू हुई। एसडीओ हरबर्टपुर अश्वनी कुमार ने बताया कि करीब बीस लाख रुपये का नुकसान हुआ है। वहीं सेलाकुई में दस पोल और एक दर्जन से अधिक स्थानों पर बिजली लाइनें टूट गई। यहां दस बजे बाद बिजली की आपूर्ति शुरू हो पायी। ऊर्जा निगम सेलाकुई के एसडीओ मोहम्मद उस्मान ने बताया कि करीब दस से पंद्रह लाख रुपये का नुकसान उठाना पड़ा है। उधर, बाबूगढ शिवलोक कॉलोनी में बारिश ने नगर पालिका परिषद के जलभराव रोकने के दावों की पोल खोलकर रख दी। जहां सडकों से लेकर जगह-जगह जलभराव होने से लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। वहीं हरबर्टपुर पांवटा रोड के लोगों का कहना है कई बार जर्जरहाल बिजली पोल बदलने के लिए ऊर्जा निगम से कहा। ऊर्जा निगम ने एक सप्ताह का समय भी दिया। लेकिन पोल नहीं बदले।जिससे सारे जर्जर पोल क्षतिग्रस्त हो गये।