सिक्किम में भारी बारिश-भूस्खलन से 6 की मौत, 1500 पर्यटक फंसे

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-सैटेलाइट से हो रही झीलों की निगरानी
गंगटोक,सिक्किम में लगातार बारिश के चलते हालात खराब हो चुके हैं। यहां छह लोगों की मौत हो चुकी है और 1500 के करीब पर्यटक फंसे हुए हैं। राज्य के कई इलाकों में अभी भी बारिश जारी है। इस वजह से खतरा बना हुआ है। सिक्किम में कई पहाड़ी झील हैं, जिनमें पानी ज्यादा होने पर भूस्खलन होने लगता है और इसके बाद एक साथ बड़ी मात्रा में पानी नीचे की ओर गिरता है। इससे काफी तबाही होती है। पिछले साल ऐसी ही घटना में एक बांध बह गया था, जिसके जरिए 1200 मेगावाट बिजली उत्पादन क्षमता वाला बिजली संयंत्र बनना था।इस बार भूस्खलन से होने वाली दुर्घटना से बचने के लिए सरकार पहले से चौकन्नी है और कई झीलों पर सैटेलाइट के जरिए नजर रखी जा रही है। भारी बारिश के कारण उत्तरी सिक्किम में संचार लाइनें खराब हो गई हैं और राज्य का यह हिस्सा बाकी हिस्सों से कट गया है। अक्टूबर 2023 में उत्तरी सिक्किम में 5245 मीटर की ऊंचारी पर स्थिति दक्षिण ल्होनक झील में हिमनद विस्फोट हुआ था। यह मलबे के साथ नीचे आकर तीस्ता बांध से टकराया और बांध फट गया। इससे खासी तबाही हुई थी। कई पुल बह गए थे, 100 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी और कई लापता हो गए थे।अधिकारियों ने बताया कि संगकालांग में एक नवनिर्मित पुल ढह गया, जिसके कारण मंगन का द्जोंगू व चुंगथांग से संपर्क टूट गया। भूस्खलन के कारण सडक़ें अवरुद्ध हो गईं और कई मकान जलमग्न व क्षतिग्रस्त हो गए, जबकि बिजली के खंभे बह गए। गुरुडोंगमार झील और युनथांग घाटी जैसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों के लिए जाने जाने वाले मंगन जिले के जोंगू, चुंगथांग, लाचेन और लाचुंग जैसे कस्बे का देश के बाकी हिस्सों से संपर्क टूट गया है। मंगन के जिला मजिस्ट्रेट हेम कुमार छेत्री ने बताया, पाक्षेप और अम्बीथांग गांवों में तीन-तीन लोगों की मौत हो गई। गेयथांग और नामपाथांग में कई मकान क्षतिग्रस्त हो गए। छेत्री ने बताया कि विस्थापित लोगों के लिए पाक्षेप में एक राहत शिविर स्थापित किया गया है।भूस्खलन के कारण ब्रिंगबोंग पुलिस चौकी को निकटवर्ती स्थान पर स्थानांतरित कर दिया गया, जबकि संकलान में एक पुल की नींव क्षतिग्रस्त हो गई। अधिकारियों ने बताया कि लगातार हो रही बारिश और भूस्खलन के चलते उत्तरी सिक्किम में मोबाइल नेटवर्क प्रभावित है। वहीं, जिला प्रशासन ने मंगन में राशन के साथ राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) की एक टीम भेजने का अनुरोध किया। सडक़ से मलबा हटाने के लिए मंगशिला डिग्री कॉलेज के पास एक ह्यअर्थमूवरह्ण मशीन को लगाया गया है।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता पेमा खांडू के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने के लिए अरूणाचल प्रदेश गए सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने तबाही पर त्वरित प्रतिक्रिया सुनिश्चित करने के लिए उत्तर जिला प्रशासन, पुलिस और अन्य विभागों के अधिकारियों के साथ संवाद किया। एक बयान में मुख्यमंत्री तमांग ने कहा, पीडि़तों और प्रभावित परिवारों को हर संभव सहायता प्रदान करने के प्रयास जारी हैं। पुनर्वास सहायता, अस्थायी बसावट के बंदोबस्त और बुनियादी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए कार्य किया जा रहा है। राज्य सरकार इस आपदा के पीडि़तों के साथ दृढ़ता से खड़ी है तथा शोक संतप्त परिवारों और भूस्खलन से प्रभावित एवं विस्थापित सभी लोगों को अधिकतम सहायता देने का वादा करती है।

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