अफगानिस्तान में बदलते घटनाक्रम पर भारत अलर्ट, पीएम मोदी ने की राजनाथ, अमित शाह और डोभाल के साथ हाईलेवल मीटिंग
नई दिल्ली, एजेंसी। अफगानिस्तान की पंजशीर घाटी में तालिबान के पूर्ण नियंत्रण के दावे और पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के चीफ फैज हमीद के काबुल दौरे ने बारत की चिंताएं बढ़ा दी हैं। अफगानिस्तान की लगातार बिगड़ती स्थिति को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार शाम एक उच्चस्तरीय बैठक कर वहां के हालात का जायजा लिया। पीएम ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के साथ गहन विचार विमर्श किया। इस बैठक में विदेश मंत्री एसज़यशंकर और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण भी मौजूद रहीं।
तालिबान द्वारा काबुल पर नियंत्रण करने के तीन सप्ताह से अधिक समय बाद भी सरकार के गठन पर कोई स्पष्टता नहीं होने से हालात चिंताजनक हैं। अधिकारियों ने कहा कि भारत की नजर तालिबान को चुनौती देने वाले शीर्ष प्रतिरोध नेतृत्व पर है। यह समूह तजकिस्तान से तालिबान को चुनौती दे रहा है। समझा जाता है कि सोमवार की बैठक में तालिबान के साथ जुड़ाव पर भी चर्चा हुई।
उल्लेखनीय है पिछले हफ्ते, कतर में भारत के दूत दीपक मित्तल ने दोहा में एक शीर्ष तालिबान नेता के साथ बातचीत की। विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत यह तत्काल सुनिश्चित करना चाहता है कि अफगान धरती का इस्तेमाल उसके खिलाफ आतंकी गतिविधियों के लिए नहीं किया जाए। इसके साथ ही वहां जो लोग अभी फंसे हैं उनकी सुरक्षित निकासी सुनिश्चित हो। इससे पहले तालिबान ने दावा किया कि पंजशीर घाटी में एक महत्वपूर्ण लड़ाई के बाद अफगानिस्तान पर उसका पूरा नियंत्रण हो गया है।