हल्की बरसात होने पर खोखले हिस्से से लगातार गिर रही मिट्टी व मलबा
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : लगातार हो रही बरसात ने नजीबाबाद-बुआखाल राष्ट्रीय राजमार्ग-534 की सूरत बिगाड़नी शुरु कर दी है। दुगड्डा से गुमखाल के मध्य भदालीखाल के समीप राष्ट्रीय राजमार्ग का हिस्सा खोखला होता जा रहा है। ऐसे में आवागमन करने वालों को जान-माल का खतरा बना हुआ है। वहीं, कोटद्वार-दुगड्डा के मध्य भी राष्ट्रीय राजमार्ग ने लोगों की समस्या बढ़ा दी है।
गढ़वाल के प्रवेश द्वार कोटद्वार से सतपुली के मध्य राष्ट्रीय राजमार्ग ने वर्षाकाल की शुरुआत में ही चुनौतियां खड़ी करना शुरु कर दिया है। एक सप्ताह पूर्व जहां गुमखाल से सतपुली के मध्य कुल्हाड़ बैंड पर भारी मलबा आ गया था, वहीं कोटद्वार-दुगड्डा के मध्य राष्ट्रीय राजमार्ग की बदहाली पिछले तीन वर्षों से यात्रियों को डरा रही है। दो वर्षाकाल व्यतीत होने के बाद भी सरकारी सिस्टम ने राष्ट्रीय राजमार्ग मरम्मत की सुध नहीं ली। नतीजा, वर्षा होने से पहाड़ी से लगातार बोल्डर गिर रहे हैं। दो दिन पूर्व वर्षा के दौरान चूनाधारा के समीप पहाड़ी से एक बड़ा पत्थर राष्ट्रीय राजामार्ग पर गिर गया था। वहीं, दुर्गा मंदिर के समीप एक कार के ऊपर भी पत्थर गिर गया था। गनीमत यह रही कि पत्थर से केवल कार का अगला सीसा ही टूटा। जिससे, कार चालक चोटिल होने से बाल-बाल बच गया। ऐसे में अब दुगड्डा से गुमखाल के मध्य का सफर भी यात्रियों को डराने लगा है। कुछ दिन पूर्व हुई वर्षा से भदालीखाल के समीप हाईवे का हिस्सा ढह गया था। जिसके बाद राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग ने खोखले हुए हिस्से पर पत्थर रखकर आवागमन बंद करवाया दिया था। लेकिन, अब भी उक्त स्थान पर खतरा बना हुआ है। तेज बरसात हुई तो राष्ट्रीय राजमार्ग का यह हिस्सा कभी भी ढह सकता है।
मार्ग ढहा तो होगी समस्या
राष्ट्रीय राजमार्ग ढहने के बाद पहाड़ से मैदान के मध्य सफर करने वालों की मुश्किलें बढ़ेंगी। ऐसे में पूरा दबाव फतेहपुर-लैंसडौन-जहरीखाल मार्ग पर बढ़ जाएगा। जबकि, लैंसडौन मार्ग से गुमखाल पहुंचने के लिए 35 किलोमीटर का सफर तय करना पड़ेगा। ऐसे में सबसे बड़ी परेशानी मैदान से पहाड़ तक खाद्य व अन्य महत्वपूर्ण सामग्री पहुंचाने में हो सकती है। वहीं, लैंसडौन वाला मार्ग भी कई स्थानों पर बदहाल पड़ा हुआ है।