हिमालय के प्रख्यात लेखक शिवराज सिंह निसंग का निधन
चमोली। हिमालय के प्रख्यात लेखक, चिंतक और पूर्व सैन्य अधिकारी रह चुके शिवराज सिंह ¡ निसंग ¡ का 93 वर्ष की आयु में उनके निवास देवरा ( गोपेश्वर ) में निधन हो गया। उनके देहान्त से हिमालय ने एक गम्भीर चिंतक, लेखक और दार्शनिक खो दिया है।
शिवराज सिंह सेना में सैनिक से लेकर सैन्य अधिकारी रहे। 1962 के भारत चीन युद्ध, 1965 में भारत पाक युद्ध में अग्रणी भूमिका निभाने के पश्चात सेवानिवृत्त हो गए। इसके बाद बदरीनाथ नगर पंचायत के पहले अधिशासी अधिकारी के रूप में सेवा की। इसी दौरान ही बदरीनाथ दर्शन महात्मय पुस्तक की रचना से लेखन की कलम चला कर लगभग 17 से अधिक पुस्तकें लिखीं। लेखक शिवराज सिंह रावत के देहावसान पर समाज के सभी लोगों, जनप्रतिनिधियों, लेखकों , पत्रकारों ने गहरा दुख प्रकट किया है। सेना में इस जांबाज सैन्य अधिकारी ने गढ़वाल राइफल के गौरवमयी इतिहास और भारतीय दर्शन, आध्यात्म तथा उत्तराखंड की संस्कृति पर कई लेख भी लिखे हैं। निसंग के निधन पर बदरीनाथ के विधायक महेन्द्र भट्ट, हिमालय के संस्कृति धर्मी और शिक्षाविद् प्रो. डीआर पुरोहित, संघ परिवार के भगवती प्रसाद राघव, नगर पालिका के पूर्व अधिशासी शान्ति प्रसाद भट्ट , नगर पालिका के अध्यक्ष सुरेन्द्र लाल , पूर्व अध्यक्ष संदीप रावत, जिला पंचायत अध्यक्ष रजनी भंडारी, पूर्व काबीना मंत्री राजेन्द्र भंडारी, भाजपा के जिला अध्यक्ष रघुबीर सिंह बिष्ट और जिले के सभी पत्रकारों ने गहरा दुख प्रकट किया है। शिवराज सिंह रावत % निसंग ¡ ने स्वतंत्र पत्रकार के तौर पर भी कार्य किया।