उत्तराखंड

गर्भवती महिलाओं को हो रही आशा कार्यकत्रियों की हड़ताल से परेशानी

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पिथौरागढ़। सीमांत में आशा कार्यकत्रियों की हड़ताल से गर्भवतियों की जांचें ठप हो गई हैं। गर्भावस्था के दौरान महिलाओं की अस्पताल पहुंचाकर उनकी जांच कराना आशाओं के जिम्मे है। लेकिन उनके कार्य बहिष्कार में चले जाने से ग्रामीण क्षेत्र की अधिकतर महिलाएं जांच कराने अस्पताल तक नहीं पहुंच पा रही। इधर आशाओं का कहना है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होंगी वे कार्य पर वापस नहीं लौटेंगी।
शुक्रवार को नगर के गांधी चौक में 5वें दिन भी आशा कार्यकत्रियों ने धरना दिया। इस दौरान उन्होंने सरकार पर अनदेखी का आरोप लगाया। कहा पांच दिन से आशाएं कार्यकत्रियां 12 सूत्रीय मांगों को लेकर धरना-प्रदर्शन कर रही है, लेकिन उनकी सुध लेने वाला कोई नहीं है। कहा अतिरिक्त ड्यूटी कराने के बावजूद सरकार उन्हें मेहनताना नहीं देती। कहा अल्प वेतन में ही कार्यकत्रियों पर काम का बोझ लाद दिया गया है। उन्होंने सरकार आशाओं का न्यूनतम वेतन 21 हजार व सरकारी सेवक का दर्जा दिया जाने सहित अन्य कई मांगों को पूरा करने को कहा है। कहा जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होंगी वे धरना-प्रदर्शन जारी रखेंगी। यहां हेमलता सौन, रीता वल्दिया, उर्मिला, निर्मला पाल, लीला जोशी, राजेश्वरी देवी, नीमा पाठक आदि रहीं।
सरकार पर गरजीं आशाएं
गंगोलीहाट। विभिन्न मांगों को लेकर आशाओं ने सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। शुक्रवार को ब्लॉक अध्यक्ष उमा महर के नेतृत्व में कार्यकत्रियां एकत्र हुई। इस दौरान उन्होंने कहा कि सरकार उनकी अनदेखी करती आई है। अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने सरकार से आंदोलन को तोड़ने की बजाए उनकी मांगें पूरी करने को कहा है। उन्होंने आशाओं की एक मांग पक्की नौकरी और सामाजिक सम्मान के नारे लगाए। यहां कमला देवी, मुन्नी देवी, राधिका देवी, गंगा देवी, हेमा जोशी, दीपा, रेखा देवी आदि रहीं।
आशाओं ने कहा भत्ता नहीं तो ड्यूटी नहीं
बेरीनाग। उत्तराखंड आशा हेल्थ वर्कर्स यूनियन ने एक्टू के बैनर तले कार्यकत्रियों ने पांचवें दिन भी सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। शुक्रवार को ब्लांक अध्यक्ष सावित्री पंत के नेतृत्व में कार्यकत्रियां स्वास्थ्य केद्र में एकत्र हुई। इस दौरान उन्होंने कहा कोविड के लिए अलग से भत्ता जारी न होने तक वे कोरोना ड्यूटी नहीं करेंगी। यहां उमा पंत, मंजू रावत, तारा आर्या, जानकी देवी, पूनम रौतेला, गीता कांडपाल, सीता खाती, रीता मेहता, आशा पंत, गंगा बोरा, प्रेमा डोबाल, तारा, पुष्पा, सुनीता आदि रहे।
आशाओं ने सीएम को भेजा ज्ञापन
मुवानी। आशा कार्यकत्रियों ने 12 सूत्रीय मांगों को लेकर सीएम को ज्ञापन भेजा। शुक्रवार को ब्लॉक अध्यक्ष कमला भट्ट के नेतृत्व में आशा कार्यकत्रियों ने पीचसी मुवानी पहुंचे। इस दौरान उन्होंने सरकार पर उपेक्षा का आरोप लगाया। कहा लंबे समय से आशाएं विभिन्न मांगों को लेकर संघर्षरत हैं, लेकिन उनकी सुध नहीं ली जा रही। बाद में उन्होंने चिकित्सा प्रभारी मयंक चंद के मध्यम से सीएम को ज्ञापन भेजा। यहां सीता भट्ट, माया देवी, राधा चेशरी, गीता कापड़ी आदि रहे।

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