उत्तराखंड

तड़पती रही करंट पीड़िता पर नहीं ली अस्पताल कर्मियों ने सुध

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रुद्रपुर। जिला अस्पताल में करंट लगने से एक महिला मरीज दो घंटे तक तड़पती रही। किसी भी चिकित्सक व स्वास्थ्य कर्मी ने सुध नहीं ली। आरोप है कि महिला चिकित्सक ने अपना कमरा बंद कर दिया और टालमटोल करती रही, जिससे गुस्साए तीमारदारों ने हंगामा काटना शुरू कर दिया। जब सत्ताधारी नेताओं के फोन घनघनाए तो महकमा हरकत में आया। करंट पीड़ित महिला का उपचार शुरू हुआ। मंगलवार की सुबह बखपुर की रहने वाली अनीता देवी को करंट लगा था। परिजन उन्हें किच्छा के स्वास्थ्य केंद्र ले गए। जहां डॉक्टरों ने उसे जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। रिश्तेदार फौरन जिला अस्पताल पहुंचे और आपातकाल कक्ष पहुंचे। जहां तैनात एक चिकित्सक ने महिला को ऊपर वाले वार्ड में ले जाने की सलाह दी। तीमारदार महिला को ऊपर ले गए तो वहां तैनात स्वास्थ्य कार्मिकों ने उसे इमरजेंसी में ले जाने को कहा। आरोप है कि ऊपर नीचे के चार चक्कर काटने के दौरन करंट पीड़िता दो घंटे तक स्ट्रेचर पर तड़पती रही, लेकिन किसी भी स्वास्थ्य कर्मी ने कोई सुध नहीं ली। हर कोई तीमारदारों को टहलता रहा। आरोप है कि एक महिला चिकित्सक ने मरीज को देखकर अपना कमरा बंद कर दिया। जिसे देख तीमारदारों का पारा चढ़ गया, हंगामा काटना शुरू कर दिया। बताया जा रहा है कि मरीज किच्छा के एक भाजपा नेता की भाभी है। भाजपा नेता की ओर से पार्टी नेताओं को जानकारी दी गई। इसके बाद सत्ताधारी नेताओं ने स्वास्थ्य अधिकारियों से नाराजगी जताई। दो घंटे के इंतजार के बाद करंट पीड़िता का उपचार शुरू हुआ। उधर, एसीएमओ डॉ. अविनाश खन्ना ने कहा कि मरीज के साथ इस प्रकार का व्यवहार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यदि तीमारदारों की ओर से कोई शिकायत दर्ज कराई जाती है तो सीसीटीवी कैमरों की जांच कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।तड़पती रही करंट पीड़िता,
रुद्रपुर। जिला अस्पताल में करंट लगने से एक महिला मरीज दो घंटे तक तड़पती रही। किसी भी चिकित्सक व स्वास्थ्य कर्मी ने सुध नहीं ली। आरोप है कि महिला चिकित्सक ने अपना कमरा बंद कर दिया और टालमटोल करती रही, जिससे गुस्साए तीमारदारों ने हंगामा काटना शुरू कर दिया। जब सत्ताधारी नेताओं के फोन घनघनाए तो महकमा हरकत में आया। करंट पीड़ित महिला का उपचार शुरू हुआ।
मंगलवार की सुबह बखपुर की रहने वाली अनीता देवी को करंट लगा था। परिजन उन्हें किच्छा के स्वास्थ्य केंद्र ले गए। जहां डॉक्टरों ने उसे जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। रिश्तेदार फौरन जिला अस्पताल पहुंचे और आपातकाल कक्ष पहुंचे। जहां तैनात एक चिकित्सक ने महिला को ऊपर वाले वार्ड में ले जाने की सलाह दी। तीमारदार महिला को ऊपर ले गए तो वहां तैनात स्वास्थ्य कार्मिकों ने उसे इमरजेंसी में ले जाने को कहा। आरोप है कि ऊपर नीचे के चार चक्कर काटने के दौरन करंट पीड़िता दो घंटे तक स्ट्रेचर पर तड़पती रही, लेकिन किसी भी स्वास्थ्य कर्मी ने कोई सुध नहीं ली। हर कोई तीमारदारों को टहलता रहा। आरोप है कि एक महिला चिकित्सक ने मरीज को देखकर अपना कमरा बंद कर दिया। जिसे देख तीमारदारों का पारा चढ़ गया, हंगामा काटना शुरू कर दिया। बताया जा रहा है कि मरीज किच्छा के एक भाजपा नेता की भाभी है। भाजपा नेता की ओर से पार्टी नेताओं को जानकारी दी गई। इसके बाद सत्ताधारी नेताओं ने स्वास्थ्य अधिकारियों से नाराजगी जताई। दो घंटे के इंतजार के बाद करंट पीड़िता का उपचार शुरू हुआ। उधर, एसीएमओ डॉ. अविनाश खन्ना ने कहा कि मरीज के साथ इस प्रकार का व्यवहार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यदि तीमारदारों की ओर से कोई शिकायत दर्ज कराई जाती है तो सीसीटीवी कैमरों की जांच कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

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