गलत सूचनाएं प्रसारित कर विवि प्रशासन के खिलाफ बनाया जा रहा द्वेषपूर्ण माहौल : कुलसचिव
श्रीनगर गढ़वाल : हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल केंद्रीय विवि के कुलसचिव डा. धीरज शर्मा ने कहा कि सीयूईटी के माध्यम से प्रवेश छूट एवं आरक्षण के संबंध में लगातार भ्रामक व अपुष्ट सूचनाएं प्रसारित कर विवि प्रशासन के खिलाफ द्वेषपूर्ण माहौल बनाया जा रहा है। जबकि विवि प्रशासन द्वारा सीयूईटी के माध्यम से प्रवेश में आ रही दिक्कतों, प्रवेश परीक्षा से वंचित रह गए प्रवेशार्थियों एवं छात्रों की मांग व जनभावना के अनुरूप विवि द्वारा यूजीसी व केंद्र सरकार से छूट हेतु निरंतर प्रयास जारी है। कहा विवि प्रशासन के प्रयासों से 1 सितंबर को इस संदर्भ में यूजीसी द्वारा बैठक भी गई व दो सितंबर को विद्या परिषद तथा 5 सितंबर को कार्य परिषद की बैठक प्रस्तावित की गई है।
गढ़वाल विवि के कुलसचिव डा. शर्मा की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि विवि प्रशासन द्वारा लगातार आंदोलन कर रहे छात्र-छात्राओं के बीच उक्त विषयों पर स्थिति स्पष्ट करने का प्रयास किया गया है। गत 30 अगस्त को छात्र प्रतिनिधियों के साथ बैठक भी की गई। बैठक में छात्र प्रतिनिधियों ने जेएनयू में उत्तराखंड के पर्वतीय जिलों के छात्र-छात्राओं को 3 प्रतिशत छूट मिलने की बात कही साथ ही त्रिपुरा विवि में बिना सीयूईटी के प्रवेश मिलने की बात भी सामने आई। इन मुद्दों का जब विवि ने संज्ञान लिया और सबंधित विवि से संपर्क किया तो उक्त सूचनाएं पूरी तरह से निराधार पाई गई। त्रिपुरा विवि में जहां सीयूईटी के आधार पर ही प्रवेश दिए जाने की सूचना प्राप्त हुई वहीं जवाहर लाल नेहरू विवि में मात्र जम्मू कश्मीर राज्य के छात्र-छात्राओं के लिए प्रत्येक विभाग में स्नातक में 5 व स्नातकोत्तर में 3 प्रतिशत सीटों का आरक्षित होने की जानकारी मिली। कहा विवि प्रशासन स्पष्ट करना चाहता है कि इस केंद्रीय विवि में सीयूईटी के माध्यम से प्रवेश संपूर्ण देश के लिए यूजीसी एवं शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार के स्तर पर निर्धारित प्रवेश व्यवस्था है एवं प्रवेश में आरक्षण भी केंद्र स्तर पर पूर्व निर्धारित मानकों के अनुरूप देय है। बावजूद विवि प्रशासन छात्रों की मांग व प्रवेश में आ रही दिक्कतों के समाधान के लिए पूर्ण संवेदनशील है और पूरी गंभीरता से इनके निदान के लिए प्रयासरत है। (एजेंसी)