तेज विस्फोट के साथ जमींदोज हुआ मकान तो दहले उठे लोग, तीन घायल, एक की मौत
भागलपुर, एजेंसी: बबरगंज थानाक्षेत्र के कसाब टोला में शनिवार की शाम मुहम्मद बडुल कुरैशी का घर भीषण धमाके में जमींदोज हो गया।
मलबे में बडुल के 17 वर्षीय पुत्र मुहम्मद तौसिफ की मौके पर मौत हो गई, जबकि बडुल की पत्नी नाजमा खातून, पड़ोस के मुहम्मद अरशद कुरैशी की चार साल की बच्ची असफा और पड़ोसी मुहम्मद कलाम को दीवार के मलबे से गंभीर रूप से जख्मी हालत में निकालकर जवाहर लाल नेहरू अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
धमाका इतना तेज था कि आस-पास के घरों की खिड़कियों के शीशे चटक गए। मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने मकान मालिक बडुल कुरैशी ने कहा है कि बम धमाका हुआ है, इसके बाद फोरेंसिक जांच टीम और बम निरोधी दस्ते को बुलाकर जांच की जा रही है।
मौके पर पहुंचे सिटी डीएसपी अजय कुमार चौधरी ने कहा कि धमाका हुआ है। धमाका बम से हुआ या सिलिंडर से इसकी तकनीकी जांच के लिए फोरेंसिक टीम और बम निरोधक दस्ते को बुलाकर जांच कराई जा रही है।
जांच कर रही टीम ने प्रारंभिक जांच में विस्फोट को तीव्र बताया है, जिसकी क्षमता तंग गली होने के कारण काफी बढ़ गई होगी। ऐसा बम धमाके में होता है। हालांकि, अभी तक इसकी आधिकारिक पुष्टि एसएसपी आनंद कुमार या सिटी डीएसपी अजय कुमार चौधरी ने नहीं की है।
धमाका इतना तीव्र था कि आसपास के घरों की खिड़कियों के शीशे चटक गए। लोग घरों से बदहवास हालत में जैसे-तैसे निकल कर बाहर बम धमाके का शोर मचाने लगे। भागते समय अंशो कुरैशी की गली में भागते समय कई लोग गिरकर चोटिल हो गए।
मुहम्मद रुस्तम, राजा, मिंटू आदि का कहना था कि सिलिंडर धमाका हुआ है। मलबे से दो गैस सिलिंडर सही हालत में निकाले गये हैं, लेकिन कुरैशी टोला के अधिकांश लोग बम विस्फोट की बात कहते मिले।
धमाके की तीव्रता से भयभीत घरों से बाहर निकली महिलाओं में एक-दो छाती पीट यह कहने लगी कि या अल्लाह ई सिलिंडर विस्फोट नै हो। हिदिर बम फटा हो। महिलाओं के शोर-शराबे के बीच बदहवासी की हालत में बाहर से भागे-भागे आये मुहम्मद बडुल कुरैशी बेटे के क्षत-विक्षत शव देख रोने-चिल्लाते यह बोलने लगे कि यह सिलिंडर धमाका नहीं बम धमाका है।
मलबे और आसपास में बारूदी गंध फैलने का दावा करते रहे। मौके पर पहुंची पुलिस टीम और फोरेंसिक जांच टीम जांच में जुटी है।
पुलिस टीम क्षतिग्रस्त मकान के मलबे से दो सिलिंडर सुरक्षित निकलने, घर की छत के पूरी तरह जमींदोज होने और मुहम्मद बडुल कुरैशी के दावे के बाद बम धमाके के बिंदु पर भी जांच करा रही है। घर के मलबे से बुजुर्ग कलाम कुरैशी को जख्मी हालत में निकाला गया।
बबरगंज के हुसैनाबाद, मोगलपुरा, कसाब टोला, मरकजी टोला आदि अपराधियों की सक्रियता वाला रहा है। यहां फेकू मियां की जरायम टोली फेकू की मौत बाद से बिखर कर कई गुटों में बंट गई उसके बाद डैनी मियां, टिंकू मियां, इम्तियाज मियां समेत दो दर्जन से अधिक अपराधियों की सक्रियता से होने वाले गुटीय संघर्ष में रह-रहकम बम धमाके से इलाका थर्रा उठता है।
मुल्लाचक में इसी साल हुए कल्लू मियां की हत्या बाद से फरार चल रहे कुख्यात रहमत कुरैशी के फरार रहते हुसैनाबाद कसाब टोला में ही ठिकाना बने रहने की बात लोगों की जुबां पर है।
इलाके में यह चर्चा भी लोग दबी जुबान से कर रहे हैं कि रहमत धमाके में मारे गए बडुल कुरैशी के बेटे मुहम्मद तौसिफ से दूर की रिश्तेदारी के कारण नजदीकी बना रखी थी, उसी के सहयोग से किसी बड़ी वारदात के लिए बम रखे जाने की बात लोग कह रहे हैं। कहा जा रहा है कि छिपाकर रखा बम ही विस्फोट कर गया।
पुलिस बम धमाके के बिंदु पर भले कुछ बोल नहीं रही हो, लेकिन मौके पर मौजूदा परिस्थितिजन्य साक्ष्य को देखते हुए अंदर ही अंदर इस दिशा में तफ्तीश तेज कर दी है। मुल्लाचक से घायलों का हाल जानने और उन्हें किसी तरह का कोई बयान नहीं देने की बात कहने वाले मुहम्मद मुन्ना को पुलिस टीम हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।