मानवता हुई शर्मसार, झाड़ियों में मिला नवजात शिशु
जयन्त प्रतिनिधि।
थलीसैंण : जनपद पौड़ी गढ़वाल के विकासखंड थलीसैंण से मानवता को शर्मसार कर देने वाली घटना सामने आई है। थलीसैंण ब्लॉक के ग्राम हस्यूडी गधेरे में एक नवजात शिशु झाड़ियों में रोता हुआ मिला। महिलाओं ने मंगलवार को सुबह 108 सेवा को दी। नवजात शिशु को स्वास्थ्य केंद्र थलीसैंण में भर्ती कराया गया है।
मिली जानकारी के अनुसार मंगलवार सुबह हस्यूडी गांव की महिलाएं गधेरे की ओर जा रही थी। इसी दौरान बिच्छू घास (कंडाली) के अंदर से एक बच्चे की रोने की आवाज सुनाई दी। महिलाओं ने जब झाड़ी के अंदर देखा तो वहां एक नवजात शिशु को किसी ने नंगा फेंका हुआ था। महिलाएं नवजात शिशु को उठाकर गांव ले आई। महिला मंगल दल अध्यक्ष गोदाम्बरी देवी ने गांव की महिलाओं की बैठक बुलाकर इस बारे में जानकारी दी। महिला मंगल दल अध्यक्ष ने 108 सेवा और थाना थलीसैंण पुलिस को जानकारी दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर नवजात शिशु को 108 सेवा के माध्यम से स्वास्थ्य केंद्र थलीसैंण में भर्ती कराया। जहां चाइल्ड स्पेशलिस्ट डॉक्टर ने नवजात शिशु की जांच की। डॉक्टर ने बताया कि बच्चा स्वस्थ है, लेकिन उसके पांव और गाल पर मामूली खरोच आई है। स्वास्थ्य केंद्र थलीसैंण के प्रभारी डॉक्टर अरेन्द्र ने बताया कि नवजात शिशु दो-तीन दिन तक स्वास्थ्य केंद्र थलीसैंण में डॉक्टरों की देख रेख में रहेगा। वहीं थलीसैंण पुलिस का कहना है कि मामले की रिपोर्ट सीडब्ल्यूसी पौड़ी को भेज दी है। गांव की महिला श्रीमती सुर्मिला देवी, रेखा देवी, महिला मंगल दल अध्यक्ष गोदाम्बरी देवी, 108 सेवा के ईएमटी नितेश सिंह रावत ने नवजात शिश्ुा को बचाने में अहम भूमिका निभाई।