जयपुर , नेपाल में तख्तापलट के लिए हुई हिंसा की बीच जयपुर से गए 500 से ज्यादा पर्यटकों की जिंदगी मुश्किल में पड़ गई है। काठमांडू एयरपोर्ट और आसपास के होटलों-धर्मशालाओं में ये लोग सेना और सुरक्षाबलों की निगरानी में ठहरे हुए हैं। स्थिति इतनी खराब है कि कई बुजुर्ग यात्रियों की तबीयत बिगड़ चुकी है और खाने-पीने की किल्लत ने उन्हें भूखे मरने की नौबत तक ला दिया है। हालांकि सरकार ने प्रयास तेज कर दिए हैं। गुरुवार को ही पर्यटकों की वापसी की संभावना बढ़ गई है।
8 सितंबर को जयपुर से गए यात्रियों की एक बस पर काठमांडू में हुड़दंगियों ने हमला कर दिया। बस पर पथराव हुआ, एक यात्री घायल हो गया। हमलावर अंदर घुसे और यात्रियों को धमकाकर वापस होटल भेज दिया। इसके बाद से सभी यात्री सहमे हुए हैं।
करीब 200 लोग काठमांडू के त्रिभुवन इंटरनेशनल एयरपोर्ट परिसर में ही फंसे हुए हैं। वहां सेना तैनात है और यात्रियों को बाहर निकलने की अनुमति नहीं है। खाने-पीने का सामान तीन गुना दाम में मिल रहा है।
जयपुर के वाटिका निवासी सत्तार खान ने वीडियो कॉल पर बताया— मंगलवार दोपहर बाद से सही से खाना नहीं खाया। दवा और जरूरत का सामान भी खत्म हो चुका है। फ्लाइट बंद हैं, सेना बाहर जाने नहीं दे रही। हालत बिगड़ते जा रहे हैं।
जयपुर में इन फंसे यात्रियों के परिवार लगातार दुआ कर रहे हैं।
रामस्वरूप शर्मा (टोंक फाटक निवासी) अस्थमा और बीपी के मरीज हैं, उनकी हालत बिगड़ रही है। बेटे मनीष शर्मा ने बताया कि पिता से सिर्फ 10 सेकेंड ही बात हो पाई।
मंजू और रामशरण (गोनेर निवासी) गेस्ट हाउस में फंसे हैं। मंजू की बहन अनीता के अनुसार, बस पर पथराव होते ही पूरा परिवार सहम गया।
नारायण लाल और मूलचंद शर्मा (जगतपुरा निवासी) अपने 40 लोगों के ग्रुप के साथ होटल में कैद हैं। उनके बेटे संदीप ने कहा— वॉट्सऐप ग्रुप पर कभी-कभार मैसेज आते हैं, वहीं से पता चलता है कि वे जिंदा और सुरक्षित हैं।
इंटरनेट और मोबाइल नेटवर्क बार-बार बंद हो रहे हैं। कई परिवारों का अपने परिजनों से संपर्क टूट चुका है। बच्चे अपने दादा-दादी और माता-पिता को याद कर रो रहे हैं।
राजस्थान पुलिस ने बनाई विशेष सेल
डीजीपी राजीव शर्मा के आदेश पर पुलिस ने विशेष हेल्पलाइन शुरू की है ताकि नेपाल में फंसे भारतीयों को तुरंत सहायता पहुंचाई जा सके।
हेल्पलाइन नंबर: 0141-2740832, 0141-2741807