लालढांग-चिल्लरखाल वन मोटर मार्ग निर्माण की मांग को लेकर बैठे है भूख हड़ताल पर
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : लालढांग-चिल्लरखाल वन मोटर मार्ग निर्माण की मांग को लेकर पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य एवं पूर्व सैनिक अध्यक्ष राजाराम अण्थ्वाल भूख हड़ताल चौथे दिन भी जारी रही। धरना स्थल पर लालढांग, कोटद्वार क्षेत्र से भारी संख्या में क्षेत्रवासी लालढांग-चिल्लरखाल मोटर मार्ग बनाने के समर्थन में पहुंच रहे हैं, लेकिन अभी तक कोई भी अधिकारी, शासन और जनप्रतिनिधि धरना स्थल चिल्लरखाल बैरियर पर नहीं पहुंचे है, जिससे आंदोलनकारियों में रोष व्याप्त है।
मंगलवार को धरना स्थल पर प्रवीण थापा ने रोष व्यक्त करते हुए कहा कि आखिर जनता के चुने हुए प्रतिनिधि जनता को आश्वस्त करने के लिए अब तक क्यों नहीं पहुंच पाए हैं। पूर्व सैनिक रविंद्र सिंह सौंद ने कहा कि जनप्रतिनिधियों की इस तरह की लुकाछिपी निश्चित ही गलत मंशा को दर्शाता है। कहा कि लालढांग-चिल्लरखाल मोटर मार्ग की मजबूत पैरवी सरकार को अतिशीघ्र करनी चाहिए। कहा कि जनप्रतिनिधियों को धरना स्थल पर पहुंचकर बात रखनी चाहिए कि सरकार इस मार्ग के लिए क्या कर रही है। इस मार्ग की समस्या का समाधान कामचलाऊ डामरीकरण से नहीं होगा, क्योंकि कोटद्वार, गढ़वाल और लालढांग की जनता को 24 घंटे इस मार्ग की आवश्यकता है, इसलिए इस मार्ग पर फ्लाई ओवर ब्रिज बनने चाहिए, ताकि वन्यजीव और आम जनमानस के हितों का संरक्षण हो और जनता इस मार्ग का लाभ मिल सके। इस मौके पर लोकगायक संजय सिंह रावत, पूर्व सैनिक संघर्ष समिति उपाध्यक्ष देवेंद्र रावत, पूर्व सैनिक ध्यान सिंह बिष्ट, मुकेश ममगाई, पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष रमेश भंडारी, मदन सिंह बिष्ट, सुभाष त्यागी, नरेश धस्माना, धर्मेंद्र सिंह नेगी, रमेश चंद्र खंतवाल, दान सिंह अधिकारी, धीरज नेगी, जीत सिंह मेहरा, मधुसुदन सिंह नेगी, कांता प्रसाद कंडवाल, देवी प्रसाद ममगांई, कमल किशोर जोशी, दिगम्बर बिष्ट, संदीप रावत, कपिल खुल्बे, महेंद्र सिंह, सूरज सिंह, अनूप सिंह चौहान, महेंद्र सिंह मेहरा, डबल सिंह नेगी, मीना देवी, कमला देवी, जयंती बोहरा, माया अधिकारी, प्रेमा वजेटा, शांति राणा, राधा देवी, उर्मिला देवी, ममता बलोदी, पार्वती बिष्ट आदि मौजूद थे।