वोट तो मुझे पड़ी, लेकिन गई कहां : धीरेंद्र चौहान
-निर्दलीय प्रत्याशी धीरेंद्र चौहान बोले, अगर वोट पड़ने के बाद मेरे खाते में आनी ही नहीं है तो चुनाव लड़ने का क्या फायदा
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : भाजपा से बगावत कर निर्दलीय विधानसभा चुनाव में ताल ठोकने वाले धीरेंद्र चौहान ने चुनाव प्रक्रिया पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि इस विधानसभा चुनाव में जनता ने मुझे वोट तो दी, लेकिन वह वोट गई कहां यह समझ नहीं आ रहा है। उन्होंने कहा कि अगर हर बार ऐसा ही होता रहेगा तो चुनाव लड़ने का क्या फायदा है।
रविवार को धीरेंद्र चौहान ने धु्रवपुर स्थित अपने आवास पर चुनाव समीक्षा को लेकर अपने समर्थकों के साथ बैठक की। इस दौरान उन्होंने सभी का आभार जताया और कहा कि इस हार से हमें निराश होने की जरूरत नहीं है, बल्कि सीखकर आगे बढ़ने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि वह आगे भी जनता की समस्या पर उनके साथ खड़े रहेंगे और कोटद्वार के विकास के लिए संघर्ष करते रहेंगे। बैठक में पूर्व सैनिक सामाजिक विकास संस्था के अध्यक्ष आनंद बल्लभ घिल्डियाल ने धीरेंद्र चौहान के चुनाव हारने की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया। संस्था के सदस्यों ने ईवीएम की विश्वसनीयता पर सवाल उठाते हुए कहा कि कई बूथों पर उन्हें शून्य से 10 वोट मिली हुई दिख रही है। जबकि उन क्षेत्रों में उनके समर्थक कई संख्या में हैं और आज भी उनके साथ खड़े हैं।