जब भी अन्याय हो मुझे सूचना देना, मैं धरना दूंगी: प्रियंका गांधी
दतिया (ग्वालियर), एजेंसी। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा शुक्रवार को मध्य प्रदेश के दतिया में स्थित मां पीतांबरा पीठ मंदिर पहुंचीं। उन्होंने यहां पूजा-अर्चना की। मंदिर के पट बंद रहने पर मंदिर प्रांगण के बाहर उन्हें कुछ देर इंतजार भी करना पड़ा। इस दौरान कांग्रेस नेताओं ने जब उनसे पुलिस प्रताड़ना को लेकर शिकायत की तो उन्होंने कहा कि जब भी अन्याय हो मुझे सूचना देना, मैं उनके खिलाफ धरना दूंगी। प्रियंका दोपहर करीब पौने दो बजे सड़क मार्ग से यहां पहुंचीं थीं। वह जब मंदिर में पहुंचीं तब पट बंद थे। दो बजे पट खुलने पर उन्होंने मां पीतांबरा के दर्शन-पूजन किए। मंदिर के प्रमुख पुजारी चंदा गुर ने पूजन कराया। इसके बाद वह वनखंडेश्वर महादेव मंदिर पहुंची। उन्होंने यहां जलाभिषेक किया।
प्रियंका गांधी वाड्रा के आने से पहले सभी कांग्रेसियों को सुरक्षा की दृष्टि से मंदिर प्रांगण से बाहर कर दिया गया था। बाद में सेवढ़ा विधायक घनश्याम सिंह के हस्तक्षेप के बाद कांग्रेसी मंदिर के अंदर आ सके। इस दौरान कांग्रेस की गुटबाजी भी उभरकर सामने आई। कांग्रेस के एक गुट ने जिलाध्यक्ष अशोक दांगी बगदा के खिलाफ प्रियंका गांधी वाड्रा के सामने अपनी बात रखी। इस दौरान कांग्रेसियों ने बताया कि क्षेत्र का ऐसा कोई कांग्रेसी नेता नहीं बचा है, जिस पर कि पुलिस द्वारा मुकदमा दर्ज न किया गया हो। इस पर प्रियंका गांधी वाड्रा ने कांग्रेसियों को आश्वस्त किया कि अब यदि ऐसी कोई घटना होती है तो मुझे सूचना दें, मैं यहां आकर पुलिस के खिलाफ धरना दूंगी। इसके बाद वह दतिया हवाई पट्टी से विशेष विमान द्वारा लखनऊ के लिए रवाना हो गईं।
गौरतलब है कि मध्य प्रदेश में लोकसभा की एक और विधानसभा की तीन सीटों पर हो रहे उपचुनाव से पहले कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। कांग्रेस विधायक सचिन बिरला ने रविवार को भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली। वह बड़वाह विधानसभा सीट से विधायक हैं, जो खंडवा लोकसभा सीट का हिस्सा है। भाजपा के नंदकुमार चौहान के निधन से रिक्त हुई खंडवा लोकसभा सीट पर उपचुनाव हो रहा है। इससे पहले कांग्रेस विधायक कलावति भूरिया के निधन से रिक्त जोबट विधानसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव में भाजपा ने कांग्रेस की पूर्व विधायक सुलोचना रावत को प्रत्याशी बना कर बड़ा दांव खेला था। सुलोचना अपने पुत्र विशाल के साथ भाजपा में शामिल हुई थीं। उन्होंने कांग्रेस संगठन में सुनवाई नहीं होने के साथ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के विकास कार्यों में आस्था जताई थी।