सड़क निर्माण जल्दी शुरू नहीं हुआ तो सड़क निर्माण संघर्ष समिति करेगी आंदोलन
अल्मोड़ा। गर-गूंठ सहित दस गाँवों की आबादी को जोड़ने वाली सड़क की सड़क निर्माण संघर्ष समिति की एक बैठक आयोजित हुई। रविवार को आयोजित बैठक में कहा गया कि संघर्ष समिति विकास भवन से बेस चिकित्सालय तक सड़क के निर्माण के लिए निरंतर रूप से विगत एक वर्ष से संघर्ष कर रही है लेकिन पूर्व में प्रशासन द्वारा आश्वासन दिया था कि सड़क में सोइलिंग-डामरीकरण के लिए एस्टीमेट सरकार को प्रेषित किया जा रहा है और जिसका आकलन 3 करोड़ 25 लाख करीब बताया गया लेकिन लंबे समय तक इंतजार करने के उपरांत भी इस सड़क में किसी भी प्रकार का कार्य प्रारंभ नहीं किया गया। बैठक में निर्णय लिया गया कि सड़क निर्माण कार्य में लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों द्वारा दिए गए आश्वासन झूठा साबित हुआ है इसलिए पुन: संघर्ष किया जाएगा। बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि यदि प्रशासन इस कार्य में रूचि नहीं लेता है तो संघर्ष समिति बाध्य होकर लोकतांत्रिक तरीके से आंदोलन करेगी, जिसमें क्रमिक-अनशन, आमरण-अनशन, प्रदर्शन, यातायात को रोकने का कार्य सड़क जाम आदि हो सकते हैं। लगभग 10 गाँवों की विगत 12 साल की समस्या को मध्यनजर रखते हुए सड़क का डामरीकरण एवं सुधारीकरण करने के लिए प्रशासन कार्रवाई सुनिश्चित करे। संघर्ष समिति ने तय किया कि जिलाधिकारी से मिलकर सड़क की महत्ता से अवगत कराकर सड़क निर्माण की कार्यवाही को तेज करने की मांग की जाएगी। बैठक में सड़क निर्माण संघर्ष समिति के अध्यक्ष विनय किरौला, सचिव प्रकाश चंद्र, कोषाध्यक्ष श्याम सिंह, प्रचार समिति सचिव पान सिंह, कैलाश जोशी, गणेश लाल, आशीष बिष्ट, देवेंद्र बिष्ट, रेवती देवी, आनंदी देवी, रूपा देवी आदि सहित दर्जनों लोग उपस्थित थे।