– गायत्री तीर्थ शांतिकुंज में तीन दिवसीय कन्या कौशल प्रशिक्षक प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ
 हरिद्वार()। गायत्री तीर्थ शांतिकुंज में तीन दिवसीय कन्या कौशल प्रशिक्षक प्रशिक्षण शिविर का मंगलवार को शुभारंभ हुआ। शिविर के दौरान राजस्थान से आई तीन सौ से अधिक बालिकाओं और प्रशिक्षिकाओं को आत्मनिर्भरता, संस्कार, शिक्षा और सुरक्षा से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें सिखाई जायेंगी। इसका मुख्य उद्देश्य कन्याओं में श्रेष्ठ गुणों का विकास करना और उन्हें जीवन में आत्मविश्वासी बनाना है।
 शिविर के प्रथम दिन गायत्री विद्यापीठ की व्यवस्था मण्डल की प्रमुख श्रीमती शैफाली पण्ड्या ने कहा कि जब इंसान अपनी सोच को घर तक सीमित रखता है, तब समस्याएँ भी सीमित रहती हैं और जब वह समाज के प्रति जागरूक होता है, तभी उसकी सोच व्यापक बनती है। उन्होंने कहा कि साठ के दशक में ही युगऋषि पं. श्रीराम शर्मा आचार्य तथा वंदनीया माता भगवती देवी शर्मा ने नारी जागरण आंदोलन की शुरुआत की, तब से नारियों को शिक्षित और आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में अखिल विश्व गायत्री परिवार के तत्वावधान में कार्य किया जा रहा है। शांतिकुंज महिला मण्डल की प्रमुख श्रीमती शैफाली पण्ड्या ने कहा की आज आवश्यक हो गया है कि हर नारी अपनी संस्कृति और पहचान को बनाए रखें तथा आने वाली पीढ़ी को भी संस्कारवान बनाएं। उन्होंने अपने अभिभावकों से सदैव स्वस्थ संवाद बनाये रखने के लिए प्रेरित किया। इससे पूर्व शिविर के प्रथम दिन शांतिकुंज के विषय विशेषज्ञों ने विभिन्न विषयों प्रतिभागियों का मार्गदर्शन किया।