आईआईटी ने सफल ओडीओपी कार्यशाला के साथ गन्ने की खेती को आगे बढ़ाया

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रुड़की। आईआईटी रुड़की में डिजाइन विभाग ने डिजाइन इनोवेशन सेंटर एवं उद्योग व आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग, इन्वेस्ट इंडिया, वाणिज्य मंत्रालय के साथ साझेदारी में 6-7 सितंबर को एक जिला एक उत्पाद (ओडीओपी) पहल के तहत एक परिवर्तनकारी दो दिवसीय कार्यशाला का सफलतापूर्वक आयोजन किया। कार्यशाला, जिसमें 45 स्थानीय किसानों ने भाग लिया, का उद्देश्य आधुनिक तकनीक एवं नवीन प्रथाओं के माध्यम से गुड़ उत्पादन को बढ़ाना था। कार्यशाला का उद्घाटन आईआईटी रुड़की के निदेशक प्रो. के.के. पंत ने किया, जिन्होंने अकादमिक और स्थानीय हितधारकों के सहयोग के महत्व पर प्रकाश डाला और कहा, “हमारी प्रतिबद्धता अकादमिक शोध एवं व्यावहारिक समाधानों के बीच की खाई को पाटना है जो वास्तविक दुनिया की चुनौतियों का समाधान करते हैं। यह कार्यशाला टिकाऊ एवं उन्नत प्रथाओं के माध्यम से स्थानीय समुदायों का समर्थन करने के लिए हमारे समर्पण का प्रमाण है। ‘वोकल फॉर लोकल’ पहल में हमारे प्रयासों का उद्देश्य स्थानीय किसानों को सशक्त बनाना, क्षेत्रीय अर्थव्यवस्थाओं को बढ़ाना और सामुदायिक विकास को बढ़ावा देना है। उन्नत प्रथाओं और प्रौद्योगिकियों को एकीकृत करके, हम न केवल दक्षता में सुधार कर रहे हैं, बल्कि गुड़ उत्पादन के लिए मूल्यवान बाजार संबंध भी बना रहे हैं।” पूरे कार्यक्रम के दौरान, प्रतिभागियों ने आधुनिक तकनीक, स्वच्छता मानकों और बाजार संबंधों पर ध्यान केंद्रित करते हुए गुड़ उत्पादन में सुधार पर चर्चा की। आईआईटी रुड़की के विशेषज्ञों ने टिकाऊ पैकेजिंग, खाद्य सुरक्षा और उपलब्ध सरकारी वित्तपोषण योजनाओं जैसे विषयों पर व्यापक सत्र दिए। आईआईटी रुड़की में इंफ्रास्ट्रक्चर कुलशासक प्रोफेसर इंद्रदीप सिंह, जो डिजाइन इनोवेशन सेंटर के समन्वयक भी हैं, ने कार्यशाला के प्रभाव पर जोर देते हुए कहा, “स्थानीय उत्पादन प्रक्रियाओं में उन्नत प्रथाओं और प्रौद्योगिकियों को एकीकृत करके, हम न केवल दक्षता में सुधार कर रहे हैं, बल्कि किसानों को प्रतिस्पर्धी बाजारों में कामयाब होने के लिए सशक्त भी बना रहे हैं।”

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