कोटद्वार में भाजपा प्रत्याशी ऋतु खंडूड़ी भूषण ने 3687 वोटों से की जीत दर्ज
कांग्रेस के प्रत्याशी सुरेंद्र सिंह नेगी को पछाड़ा, निर्दलीय प्रत्याशी धीरेंद्र चौहान को मिली 12484 वोट
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : कोटद्वार विधानसभा सीट पर भाजपा प्रत्याशी ऋतु खंडूड़ी भूषण ने 3687 वोटों से बेहतरीन जीत दर्ज की। उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस प्रत्याशी सुरेंद्र सिंह नेगी को 28416 वोट मिले, जबकि भाजपा से बगावत कर निर्दलीय चुनावी मैदान में उतरे धीरेंद्र चौहान को 12484 वोट मिले।
बता दें कि कोटद्वार विधानसभा सीट पर भाजपा ने प्रत्याशी घोषित करने में काफी समय लगाया। उधर, भाजपा ने यमकेश्वर सीट से विधायक रह चुकी ऋतु खंडूड़ी भूषण की जगह यमकेश्वर से रेणू बिष्ट को टिकट दे दिया। इससे राजनीतिक गलियारों में कई चर्चाओं ने जोर पकड़ लिया था। हालांकि, भाजपा ने अंत समय में मास्टर स्ट्रॉक खेला और ऋतु खंडूड़ी पर विश्वास जताते हुए उन्हें कोटद्वार विधानसभा सीट से चुनावी मैदान में उतार दिया। उनकी जीत को पक्का करने के लिए भाजपा ने यहां पूरी ताकत झोंक दी। खुद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी समेत उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ऋतु खंडूड़ी के पक्ष में वोट की अपील करने कोटद्वार में जनता के बीच आए। इसके अलावा केंद्रीय मंत्रियों ने भी कोटद्वार में आकर ऋतु खंडूड़ी के लिए वोट मांगे। जिसका असर साफ देखने को मिला और उन्होंने बेहतरीन जीत दर्ज की।
मतगणना के शुरुआती चरणों से ही बढ़त बनाए हुई थी ऋतु खंडूड़ी भूषण
गुरुवार को विधानसभा चुनाव की मतगणना का दौर शुरू हुआ तो ऋतु खंडूड़ी भूषण ने अच्छी शुरुआत की और काफी वोटों से बढ़त बनाए रखी। शुरुआती पांच चरणों में ऋतु खंडूड़ी लगातार बढ़त बनाए जा रही थीं, लेकिन छठवें चरण की मतगणना में कांग्रेस प्रत्याशी सुरेंद्र सिंह नेगी ने थोड़ी बढ़त बनाई, जिससे एक पल को ऐसा लगा मानों मुकाबला कड़ा होने वाला है। इसके बाद सुरेंद्र सिंह नेगी ने कुछ दौर की मतगणना में थोड़ी बहुत बढ़त बनाए रखने का प्रयास किया, लेकिन फिर एक बार ऋतु खंडूड़ी ने बाजी मारी और अंत में जीत दर्ज की।
सुरेंद्र सिंह नेगी के एक बार जीतने व एक बार हारने का मिथक भी टूटा
राजनीतिक गलियारों में ऐसी चर्चा रहती है कि कांग्रेस प्रत्याशी सुरेंद्र सिंह नेगी एक बार के विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज करते हैं तो अगले विधानसभा चुनाव में वह हार जाते हैं। इस गणित के हिसाब से राजनीतिक विशेषज्ञ यह अनुमान लगा रहे थे कि 2017 के विधानसभा चुनाव में हार के बाद इस बार के चुनाव में सुरेंद्र सिंह नेगी जीत दर्ज करेंगे। लेकिन, मोदी लहर के साथ ऋतु खंडूड़ी भूषण की मेहनत ने इस मिथक को भी तोड़ दिया।