कोटद्वार का गोखले मार्ग अब बना टप्पेबाजों का अड्डा, पेंशनर के थैले से उड़ाये 50 हजार
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। अवैध रूप से लग रही फड़ और ठेलियों के लिये मसहूर कोटद्वार का गोखले मार्ग अब टप्पेबाजों का अड्डा भी बन गया है। गुरूवार को गोखले मार्ग पर एक वृद्ध का बैग काटकर टप्पेबाज 50 हजार रूपये लेकर फरार हो गये। पीड़ित ने कोतवाली में शिकायत दर्ज कराकर पैसे वापस दिलाने की गुहार लगाई है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
सिद्धबली कॉलोनी निवासी 81 वर्षीय सतेंद्र प्रसाद ने बताया कि वह सेना से रिटायर है। भारतीय स्टेट बैंक देवीरोड़ में उनकी पेंशन आती है। गुरूवार को वह एसबीआई की मुख्य शाखा देवीरोड़ में पैसे निकालने आये थे। उन्होंने बैंक से 50 हजार रूपये की धनराशि निकालकर थैले में रख दी। बैंक से पैदल वह गोखले मार्ग पर फल और सब्जी लेने चले गये। इस दौरान उन्होंने मौसमी ली और थैले में रख दी। इसके कुछ देर बाद देखा तो उनका थैला कटा हुआ था और थैले से 50 हजार की धनराशि गायब थी। सतेंद्र प्रसाद ने कोतवाली पहुंचकर मामले की जानकारी पुलिस को दी। वरिष्ठ उपनिरीक्षक प्रदीप नेगी ने बताया कि मानपुर निवासी 81 वर्षीय वृद्ध ने थैले से 50 हजार की धनराशि निकालने की शिकायत की है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। जल्द ही अपराधी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
बता दें कि विगत 3 सितंबर को तड़ियाल चौक से बदमाश एक कार को लेकर भाग गया था। कार में मोबाइल फोन, नगदी, लैपटॉप सहित अन्य जरूरी सामान था। हालांकि पुलिस ने चार दिन बाद बुधवार को मामले का खुलासा कर दिया है। लेकिन जिस तरह से क्षेत्र में लगातार आपराधिक घटनाएं हो रही है, इससे प्रतीत होता है कि अपराधियों में पुलिस का कोई खौफ नहीं है। इससे पूर्व भी क्षेत्र से दो-तीन बाईकें चोरी हुई थी। पुलिस ने चोरी की बाईकों को बरामद कर आरोपी को जेल भेज दिया है।
शहर में बढ़ रहीं चोरी की वारदातें
कोटद्वार। शहर में पुलिस की निष्क्रियता के चलते चोरों के हौसले बुलंद है। जिसके चलते शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्र तक चोरी की घटनाएं बढ़ रही हैं। घटना को अंजाम देने के बाद चोर आसानी से निकल भागते है, लेकिन पुलिस निष्क्रिय बनी हुई है। पिछले कई महीनों से चोरी की वारदातें बढ़ी हैं। कोटद्वार में अनेक स्थानों पर चोरी की घटनाएं हो चुकी हैं। हालांकि पुलिस ने अधिकांश चोरियों का खुलासा कर दिया है। लोगों का कहना है कि पुलिस की निष्क्रियता के चलते यहां वारदातें बढ़ रही हैं। पुलिस रात को गश्त के नाम पर खानापूर्ति कर रही है। पुलिस की सक्रियता बढ़ती है, तो आए दिन शहर में वारदातों को अंजाम दे रहे चोरों को आसानी से पकड़ा जा सकता है।