किसान आंदोलन के समर्थन एवं श्रम कानूनों में संशोधनों के विरोध में सीटू कार्यकर्ताओं ने दिया धरना
हरिद्वार। सीटू कार्यकर्ताओं किसान आन्दोलन के समर्थन एवं केन्द्र सरकार द्वारा श्रम कानूनो मे किये गये संशोधनों के विरोध में यूनियन कार्यालय एवं अपने घरों में धरना दिया। इस सबंध में प्रधानमंत्री के नाम मांग पत्र भी प्रेषित किया गया। यूनियन कार्यालय पर धरने के दौरान सीटू जिला अध्यक्ष पी.डी.बलोनी व आर.पी.जखमोला ने कहा कि सरकार किसानों व मजदूरो की मांगो को सुनने के लिए तैयार नही है। जिससे देश का मजदूर व किसान सडको पर आंदोलन करने को मजबूर है। केन्द्र की सरकार इतनी डरी हुई है कि वह देश के आम नागरिको के अधिकारो के हनन पर उतर आई है। उद्योगपतियों को लाभ पहुंचाने के लिए लागू किए गए कानूनों के विरोध में किसानों द्वारा चलाये जा रहे आन्दोलन को कुचलने का प्रयास किया जा रहा है। केन्द्र सरकार की नीतियों के विरोध मे किसान एवं मजदूर संगठनो द्वारा काला दिवस मनाने का आह्वान किया गया है। सीटू एवं किसान सभा किसानों की मांगों एवं काला दिवस का समर्थन करते हुये केंद्र सरकार से मांग करती है कि बडे उद्योगपतियों को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से बिना व्यापक चर्चा के लागू किए गए तीनो किसान विरोधी कानून वापस लिए जाएं। नये किसान कानूनो को निरस्त करने के साथ न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारन्टी के साथ व्यापक चर्चा कर नया कानून बनाया जाए। श्रम कानूनों मे किये गये संशोधनो को वापस लिया जाए तथा न्यूनतम वेतन 21000 रुपये किया जाए। विरोध प्रदर्शन मे कामरेड आरसी धीमान, आर.पी.जखमोला, इमरत सिंह, एम.पी.जखमोला, वीरेन्द्र सिंह, राजकुमार, देवेन्द्र, आशीष, रोबिन, आदेश, भूपेन्द्र सिंह, मोनू, देवेन्द्र, अरुण कुमार, रविन्द्र, अंकुश कुमार, रोबिन, कय्यूम खान, किशन सिंह, मोहन लाल, राजकुमार, जयपाल, लालदीन, सत कुमार, विनोद कुमार, अमरीश कुमार आदि ने भाग लिया।