नए साल के जश्न में गढ़वाल मस्त, प्रशासन की व्यवस्थाएं हुईं पस्त
-हजारों पर्यटकों ने किया गढ़वाल का रुख
-लैंसडौन समेत आसपास के पर्यटन स्थलों पर उमड़ी भीड़
जयन्त प्रतिनिधि
कोटद्वार : नए साल के जश्न में पूरा गढ़वाल मस्त है। क्षेत्र के विभिन्न स्थानों पर 31 की पार्टी धूमधाम से मनाई गई और कई स्थानों पर पार्टियों का दौर अभी भी जारी है। लैंसडौन समेत आसपास के पर्यटन स्थलों पर भी जमकर पर्यटक उमड़े हैं। हालांकि इन सबके बीच बढ़ते कोरोना पर नियंत्रण को लेकर शासन की ओर से जारी गाइडलाइन का पालन कराने में पुलिस व प्रशासन पस्त ही नजर आए। 31 की रात को भी लोग नाईट कफ्र्यू के बावजूद 11 बजे के बाद सड़कों पर घूमते हुए नजर आए और कई स्थानों पर देर रात तक पार्टियां चलती रहीं।
लगातार बढ़ रहे कोरोना को देखते हुए शासन की ओर से उत्तराखंड में नाईट कफ्र्यू घोषित किया गया है। उम्मीद जताई जा रही है कि इस कदम से कोरोना संक्रमण के विस्तार पर लगाम लगाई जा सकेगी। हालांकि, नए साल के जश्न में यह सभी नियम हवा होते हुए नजर आए। पुलिस ने व्यवस्थाएं बनाने का पूरा प्रयास किया, लेकिन लोगों ने इसमें साथ नहीं दिया। कई लोग कफ्र्यू के बावजूद रात 11 बजे के बाद सड़कों पर घूमते हुए नजर आए। इसके अलावा कई स्थानों पर 12 बजे तक डीजे बजता रहा।
होटल पेक, संचालकों के खिले चेहरे
उधर, नए साल पर होटल व्यवसाय की बात करें तो यह होटल संचालकों को सुकून देने वाला रहा। गढ़वाल के प्रमुख पर्यटन स्थल लैंसडौन समेत आसपास के पर्यटन स्थलों पर जमकर पर्यटक उमड़े। लैंसडौन होटल एसोसिएशन के जनरल सेके्रटरी अजय सतीजा ने बताया कि लैंसडौन में विभिन्न बड़े होटलों के करीब 300 कमरे बुक हैं। करीब 5000 पर्यटक लैंसडौन व आसपास के क्षेत्रों में उमड़े हैं, जो कि पिछले दो सालों की तुलना में राहत देने वाला आंकड़ा है। सतीजा के अनुसार होम स्टे व अन्य छोटे होटलों में उतनी भीड़ देखने को नहीं मिल रही है। इसके बावजूद पर्यटन की दृष्टि से धीरे-धीरे सामान्य होती स्थिति सुकून दे रही है।
लापरवाही कहीं पड़ न जाए भारी
देश समेत प्रदेश में भी एक बार फिर कोरोना संक्रमण बढ़ता जा रहा है। इसके साथ ही कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन ने भी चिंता और बढ़ा दी है। ऐसे में आम लोगों का भी कोरोना के प्रति जागरूक होना बहुत जरूरी है। कोरोना को लेकर जारी गाइडलाइन का पालन कराने की जिम्मेदारी सिर्फ पुलिस या प्रशासन की नहीं है। बल्कि समाज के जागरूक लोगों को भी कोरोना संक्रमण की गंभीरता के प्रति अन्य लोगों को जागरूक करना होगा। इसके साथ ही आमजन को खुद भी समझना होगा कि नियमों का पालन करना बहुत जरूरी है, क्योंकि इसमें लापरवाही हम पर ही भारी पड़ सकती है। शनिवार को भी लैंसडौन में कई पर्यटक बिना मास्क के घूमते हुए दिखाई दिए। इसके अलावा सोशल डिस्टेंसिंग नियम का भी पालन नहीं किया गया।
आरटीपीसीआर की निगेटिव रिपोर्ट अनिवार्य
अन्य राज्यों व जिलों से आने वाले लोगों के लिए पुलिस ने आरटीपीसीआर की निगेटिव रिपोर्ट अनिवार्य की हुई है। बिना निगेटिव रिपोर्ट के कोटद्वार की सीमा में प्रवेश नहीं दिया जा रहा है। इसके अलावा पर्यटकों को भी यहां होटलों में ठहरने के लिए आरटीपीसीआर की निगेटिव रिपोर्ट दिखाना अनिवार्य है। लैंसडौन होटल एसोसिएशन के जनरल सक्रेटरी अजय सतीजा के अनुसार पर्यटकों को होटलों में ठहराने से पहले उनसे आरटीपीसीआर की निगेटिव रिपोर्ट मांगी जा रही है।
नए साल के साथ वीकेंड ने दो गुना किया जश्न का मजा
इस बार पर्यटकों के लिए सबसे अच्छी बात यह है कि नए साल की शुरुआत वीकेंड के साथ हुई है। जिसने पर्यटकों के मजे को दो गुना कर दिया है। दिल्ली, देहरादून आदि स्थानों से पर्यटक पहाड़ की वादियों का आनंद लेने लैंसडौन पहुंचे हुए हैं। यहां पर्यटकों को कोई असुविधा न हो, इसे लेकर प्रशासन समेत होटल संचालकों ने भी पूरी व्यवस्था की हुई है।
जाम से हलकान हुए पर्यटक, पुलिस के भी छूटे पसीने
वीकेंड पर पड़े नए साल के पहले दिन जश्न मनाने के लिए पर्यटकों ने लैंसडौन व आसपास के पर्यटन क्षेत्रों का रुख तो किया, लेकिन अव्यवस्थाओं के चलते उन्हें कोटद्वार से ही जाम का सामना करना पड़ा। हालत यह थी कि कोटद्वार में सिद्धबली बैरियर से पहले ही वाहनों की लंबी कतार लगी हुई थी। इसके अलावा शहर में भी टै्रफिक कंट्रोल की उचित व्यवस्था न होने के कारण आमजन जाम में फंसे रहे। बड़ी मुश्किल से वाहन रेंगते हुए आगे बढ़ रहे थे। लैंसडौन पहुंचते-पहुंचते तो यह स्थिति और भी खराब होती चली गई। हालांकि, पुलिस ने व्यवस्था बनाने के प्रयास तो किए, लेकिन इस कार्य में उनके भी पसीने छूट गए।
कोरोना के चलते 20 प्रतिशत बुकिंग हुई रद्द
नए साल का जश्न मनाने के लिए पर्यटकों ने पहले ही लैंसडौन व गढ़वाल के अन्य पर्यटन स्थलों पर होटलों में बुकिंग कर ली थी। लेकिन, जैसे ही बढ़ते कोरोना पर नियंत्रण पाने के लिए शासन ने नाईट कफ्र्यू लागू किया वैसे ही लोगों ने भी होटलों में बुकिंग कैंसिल करनी शुरू कर दी। लैंसडौन होटल एसोसिएशन के जनरल सक्रेटरी अजय सतीजा ने बताया कि इस बार पर्यटन के क्षेत्र में खासी उम्मीद हैं, लेकिन बढ़ते कोरोना के चलते कई लोगों ने बुकिंग कैंसिल भी की हैं। बुकिंग कैंसिल होने के पीछे आरटीपीसीआर की निगेटिव रिपोर्ट की अनिवार्यता भी कारण बन रही है। उन्होंने बताया कि अभी तक करीब 20 प्रतिशत बुकिंग कैंसिल हो चुकी हैं।
सिद्धबाबा के आशीर्वाद के साथ नए साल की शुरुआत
नए साल के पहले दिन कई लोगों ने सिद्धबाबा के भी दर्शन किए। जिससे सिद्धबली मंदिर में भीरी संख्या में लोग उमड़े। स्थानीय के साथ बाहर से भी लोग सिद्धबाबा के दर्शन को यहां पहुंचे। इस दौरान भी व्यवस्था बनाने में पुलिस को खासी मशक्कत करनी पड़ी।