मेरठ,। जिले की पुलिस की नजर में अब कोर्ट के आदेश भी बेमानी साबित हो रहे हैं। ताजा मामला सरूरपुर थाना क्षेत्र का है। जहां तीन महीने से लापता बेटी के अपहरण का मुकदमा दर्ज कराने के लिए कोर्ट के आदेश के बावजूद एक परिवार दर-दर भटक रहा है।सरूरपुर थाना क्षेत्र के नारंगपुर गांव के रहने वाले अंकित त्यागी ने आरोप लगाया कि तीन महीने पहले रजापुर निवासी वंश ठाकुर और उसके परिवार ने अंकित की बेटी खुशी का अपहरण कर लिया था। आरोप है कि थाना पुलिस ने इस मामले में आरोपियों द्वारा दिए गए फर्जी दस्तावेज लेकर खुशी के अपहरण की रिपोर्ट दर्ज नहीं की। जिसके बाद पीडि़तों ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। 156/3 के अंतर्गत कोर्ट ने सरूरपुर पुलिस को आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए।
अंकित का आरोप है कि इसके बावजूद आरोपियों से सेटिंग करके मामले की जांच कर रहा विवेचक मुकदमा दर्ज नहीं कर रहा। उल्टा पीडि़तों के केस को फर्जी बता रहा है। शनिवार को इस मुद्दे को लेकर पीडि़त पक्ष कप्तान ऑफिस पहुंचा। जहां जनसुनवाई कर रहे सीओ ने भी इस मामले में किसी प्रकार की पुलिस कार्यवाही से हाथ खड़े कर दिए।
पीडि़त परिवार का कहना है कि भले ही पुलिस उनका मुकदमा दर्ज न करे। मगर कम से कम एक बार उनकी बेटी को उनसे मिला दिया जाए। जिससे उन्हें कम से कम यह तसल्ली हो जाए कि उनकी बेटी सलामत है।