नई दिल्ली ,। राज्यसभा में मंगलवार को ऑपरेशन सिंदूर पर हुई चर्चा के दौरान सत्ता और विपक्ष के बीच जमकर तल्खी देखने को मिली। बहस की शुरुआत कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने की, जिसमें उन्होंने केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला। खड़गे ने कहा, जब से बीजेपी सत्ता में आई है, सिर्फ पहलगाम में ही पांच बार आतंकी हमले हो चुके हैं। गृहमंत्री बताएं कि इसके लिए कौन जिम्मेदार है? अगर कोई जिम्मेदार नहीं है तो प्रधानमंत्री खुद जवाब दें या गृहमंत्री कुर्सी खाली करें। खड़गे के इस बयान के बाद सदन में सत्ता पक्ष के नेता जेपी नड्डा खड़े हुए। उन्होंने विपक्ष के सवालों का जवाब देने की बात कही, लेकिन साथ ही खड़गे के भाषण पर तीखी टिप्पणी करते हुए कहा, मैं देख रहा था कि खड़गे जी हमारे वरिष्ठ नेता हैं, लेकिन उनके भाषण में जिस तरह के शब्दों का इस्तेमाल किया गया, वह इस ओर इशारा करता है कि उनका मानसिक संतुलन बिगड़ गया है।
इस पर विपक्ष के नेता खड़गे नाराज हो गए। विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, इस सदन में कुछ नेता हैं जिनके प्रति मेरे मन में अपार सम्मान है। नड्डा जी उनमें से एक हैं। राजनाथ जी और वह ऐसे मंत्री हैं जो बिना अपना संतुलन खोए बोलते हैं। वह आज मुझे बता रहे हैं। यह शर्म की बात है। उन्हें माफी मांगनी चाहिए, मैं इसे ऐसे ही नहीं छोड़ने वाला।
जिसके बाद जेपी नड्डा ने कहा, हम विपक्ष के नेता का सम्मान करते हैं। मैंने अपने शब्द वापस ले लिए हैं। अगर आपको ठेस पहुंची हो तो मैं माफी मांगता हूं। लेकिन आप भी भावनाओं में बह गए थे। आप इतने भटक गए थे कि आपको प्रधानमंत्री की गरिमा का भी ध्यान नहीं रहा, इस बात का हमको दुखद है