नई दिल्ली , यमन के हूती विद्रोहियों ने एक बार फिर लाल सागर में अंतर्राष्ट्रीय शिपिंग को निशाना बनाते हुए एक मालवाहक जहाज पर भीषण हमला कर उसे डुबो दिया है। 6 जुलाई को हुए इस हमले में यूरोपीय संघ (श्व) के नौसैनिक मिशन ने तीन नाविकों के मारे जाने और दो के घायल होने की पुष्टि की है। हूतियों ने इस बर्बर हमले की जिम्मेदारी लेते हुए इसका एक दिल दहला देने वाला वीडियो भी जारी किया है।
हूती विद्रोहियों द्वारा जारी किए गए वीडियो में लाइबेरिया के झंडे वाले और यूनानी स्वामित्व वाले बल्क कैरियर ‘मैजिक सीजÓ पर हुए हमले का भयानक दृश्य कैद है। वीडियो में दिखता है कि ड्रोन, मिसाइल और रॉकेट-चालित ग्रेनेड से हुए हमले के बाद जहाज पर एक भयानक विस्फोट होता है। देखते ही देखते जहाज आग के गोले में तब्दील हो जाता है और फिर एक और बड़े धमाके के साथ दो टुकड़ों में बंटकर मिनटों में लाल सागर की गहराइयों में समा जाता है।
यूरोपीय संघ के नौसैनिक मिशन ‘ऑपरेशन एस्पाइड्सÓ ने मंगलवार को पुष्टि की कि इस हमले में जहाज पर सवार तीन नाविकों की मौत हो गई, जबकि दो अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। जानकारी के अनुसार, एक घायल चालक दल के सदस्य को अपना एक पैर भी खोना पड़ा है। इससे पहले आई खबरों में बताया गया था कि जहाज के सभी 22 चालक दल के सदस्यों को सुरक्षित बचा लिया गया था, लेकिन श्व की पुष्टि ने इस दावे को खारिज कर दिया।
यह जहाज सोमवार रात स्वेज नहर की ओर जा रहा था, तभी हूती विद्रोहियों ने छोटी नावों और बम लदे ड्रोनों से उस पर ताबड़तोड़ हमला कर दिया। जहाज पर तैनात सुरक्षाकर्मियों ने जवाबी फायरिंग की, लेकिन वे इस भीषण हमले को रोक नहीं पाए।
हूती विद्रोहियों ने हमले की जिम्मेदारी लेते हुए दावा किया है कि जहाज ने इजरायल पर उनके द्वारा लगाई गई नाकाबंदी का उल्लंघन किया था। लंबे समय से हूती विद्रोही इजरायल-हमास संघर्ष के समर्थन में लाल सागर से गुजरने वाले व्यापारिक जहाजों को निशाना बना रहे हैं। इस ताजा घटना ने वैश्विक व्यापार के लिए एक महत्वपूर्ण जलमार्ग की सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंताएं बढ़ा दी हैं, क्योंकि इससे ग्लोबल सप्लाई चेन पर भी बुरा असर पड़ सकता है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने इस हमले की कड़ी निंदा की है।