कोविड महामारी के बाद मानसून आपदा का खतरा: आपदा मंत्री 21 से ग्राउण्ड जीरों पर देखेगें व्यवस्था
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। प्रदेश के आपदा प्रबंधन मंत्री डॉ. धन सिंह रावत 21 से 23 मई तक गढ़वाल मंडल के विभिन्न जनपदों का दौरा कर विभागीय अधिकारियों एवं स्थानीय प्रशासन के साथ आपदा प्रबंधन संबंधी तैयारियों की समीक्षा करेगें। इस समीक्षा के माध्यम से विभाग की किसी भी आकस्मिक आपदा की स्थिति में उनकी तैयारियों की समीक्षा करते हुए उन्हें किसी भी स्थिति से निपटने हेतु आवश्यक संसाधनों की उपलब्धता के बारे में भी जानकारी लेंगे। दौरे के दौरान विभागीय मंत्री आपदा प्रभावित उर्गम घाटी, आपदाग्रस्त क्षेत्र रेणीगांव एवं आपदाग्रस्त क्षेत्र तपोवन का भी निरीक्षण कर आवश्यक सुविधाओं की स्थिति का परीक्षण करेंगे।
आपदा प्रबंधन मंत्री डॉ. रावत ने मीडिया को दिए अपने बयान में कहा है कि उत्तरखण्ड राज्य आपदा की दृष्टि से अत्यन्त संवेदनशील राज्य है। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक आपदाओं को हम रोक नहीं सकते लेकिन आपदा प्रबंधन की पूर्व और समुचित तैयारी द्वारा इसके प्रभावों को कम किया जा सकता है। आपदा के बेहतर प्रबंधन के द्वारा संभावित जान माल की क्षति को कम किया जा सकता है। इस हेतु इसकी पूर्व तैयारी आवश्यक है, जिसके लिए सरकार पूरी तरह से सजग और प्रयत्नशील है और विभाग को इस दिशा में और सशक्त तथा संसाधन युक्त बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आपदा प्रबंधन हेतु पूर्व सूचना प्रणाली को मजबूत करते हुए जनसहभागी बनाने की आवश्यकता है, इसलिए प्रत्येक जनपद में सामुदायिक रेडियो की स्थापना सहित अनेक प्रयास किये जा रहे हैं।