देहरादून। उत्तराखंड में मौसम ने एक बार फिर करवट ले ली है। मौसम विभाग ने राज्य के कई हिस्सों में अगले तीन दिनों (4-6 जून, 2025) तक लगातार बारिश और तेज हवाओं की चेतावनी जारी की है। खासकर पहाड़ी जिलों में भारी बारिश के साथ 50 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से तूफानी हवाएं चलने की संभावना जताई गई है। इस दौरान कुछ क्षेत्रों में ओलावृष्टि भी हो सकती है, जिसके चलते स्थानीय प्रशासन और निवासियों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।मौसम विभाग के निदेशक डॉ. बिक्रम सिंह ने बताया कि उत्तराखंड में इस साल प्री-मानसून बारिश ने शानदार प्रदर्शन किया है। 4 जून तक मैदानी और पहाड़ी दोनों क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश के आसार हैं, जबकि कुछ स्थानों पर तेज बारिश का दौर भी देखने को मिल सकता है। 5 और 6 जून को खासकर पहाड़ी इलाकों में बारिश की तीव्रता बढ़ने की संभावना है। डॉ. सिंह ने कहा, “इस दौरान तेज हवाएं और ओलावृष्टि कुछ इलाकों में नुकसान पहुंचा सकती हैं, इसलिए लोगों को सावधानी बरतनी चाहिए।”मई में बारिश ने दी गर्मी से राहत : इस साल मई के महीने में उत्तराखंड में बारिश ने लोगों को प्रचंड गर्मी से काफी हद तक राहत दिलाई। मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार, मई में प्रदेश में औसतन 116.6 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई, जो सामान्य (64.7 मिमी) से 80% अधिक है। बागेश्वर में सबसे ज्यादा बारिश हुई, जबकि ऊधम सिंह नगर में सबसे कम बारिश रिकॉर्ड की गई। देहरादून में भी 123 मिमी बारिश दर्ज की गई, जिसने शहरवासियों को गर्मी से निजात दिलाई। पिछले साल मई में तापमान 42 डिग्री सेल्सियस को पार कर गया था, लेकिन इस बार औसत तापमान 34-35 डिग्री के बीच रहा। कुछ दिन तो तापमान सामान्य से 5-8 डिग्री नीचे भी दर्ज किया गया।
रात में सर्दी का अहसास : देहरादून में शुक्रवार रात तापमान सामान्य से 4 डिग्री कम होकर 18.6 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। इस दौरान 5.6 मिमी बारिश भी हुई। रात के समय हल्की ठंड ने लोगों को पंखे और कूलर बंद कर चादर ओढ़ने पर मजबूर कर दिया। अन्य शहरों में भी तापमान में कमी देखी गई, जिससे मौसम सुहाना हो गया।
इन जिलों में येलो अलर्ट: मौसम विभाग ने उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, बागेश्वर, पिथौरागढ़, नैनीताल और चंपावत के लिए भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। इन जिलों में तेज बारिश और हवाओं के कारण भूस्खलन या सड़क अवरुद्ध होने की आशंका है। विभाग ने स्थानीय प्रशासन को सतर्क रहने और आवश्यक उपाय करने के निर्देश दिए हैं।
लोगों को सावधानी की सलाह : मई की बारिश ने जहां गर्मी से राहत दी, वहीं कुछ क्षेत्रों में हल्का नुकसान भी हुआ। अब अगले तीन दिनों की भारी बारिश की चेतावनी को देखते हुए लोगों से नदी-नालों के पास न जाने, ऊंचे पेड़ों के नीचे खड़े न होने और यात्रा के दौरान सावधानी बरतने की अपील की गई है। खासकर पहाड़ी क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को भूस्खलन और ओलावृष्टि के प्रति सजग रहने की सलाह दी गई है।
मौसम विभाग का कहना है कि यह बारिश उत्तराखंड के लिए मानसून से पहले की महत्वपूर्ण गतिविधि है, जो कृषि और जल संसाधनों के लिए फायदेमंद साबित हो सकती है। हालांकि, संभावित नुकसान से बचने के लिए सतर्कता जरूरी है।