अधिकांश वार्डों में पार्टी के प्रत्याशियों को टक्कर दे रहे निर्दलीय प्रत्याशी
2018 के निकाय चुनाव में 18 निर्दलीय प्रत्याशियों ने मारी थी बाजी
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : निकाय चुनाव की मतदान की तिथि नजदीक आते ही कोटद्वार चुनावी रंग में रंगने लगा है। चालीस वार्डों में पार्षद के पद पर किस्मत आजमाने उतरे नेताओं ने अपना चुनाव-प्रचार तेज कर दिया है। अधिकांश वार्डों में निर्दलीय प्रत्याशी पार्टी के प्रत्याशियों पर भारी पड़ते हुए नजर आ रहे हैं। निर्दलियों की मजबूती पार्टियों की टेंशन भी बढ़ा रही है। वर्ष 2018 में हुए निकाय चुनाव में चालीस वार्डों में 18 निर्दलीय प्रत्याशी चुनकर आए थे। हालांकि चुनावी माहौल की तश्वीर 15 जनवरी के बाद ही साफ हो पाएगी।
चुनाव के दंगल में उतरे भाजपा व कांग्रेस सहित निर्दलीय प्रत्याशियों ने जनता के बीच पहुंचकर अपने प्रचार-प्रसार में जीतोड़ मेहनत शुरू कर दी है। प्रत्याशियों ने अपने-अपने वार्डों में कार्यालय भी खोल दिए हैं। जहां प्रत्याशी अपने समर्थकों के साथ चुनाव जीतने की रणनीति बना रहे हैं। राजनैतिक दलों के सिंबल पर चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों के साथ ही निर्दलीय भी अपने चुनाव चिह्न घर-घर पहुंचाने में जुट गए हैं। चुनावी दंगल जीतने के लिए उन्होंने अपने समर्थकों की अलग-अलग टीमें भी गठित की हुई है। जो घर-घर जाकर जनता को प्रत्याशियों के वादों व उनकी योजनाओं के बारे में बता रहे हैं। कोटद्वार नगर निगम की बात करें तो इन चुनावों में जहां महापौर के लिए दो निर्दलीय दावेदारी ठोक रहे हैं, वहीं चालीस वार्डों में पार्षद पद के लिए 81 निर्दलीय प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। इनमें कई ऐसे प्रत्याशी भी हैं, जो भाजपा व कांग्रेस से जुड़े थे। लेकिन, टिकट न मिलने पर निर्दलीय के रूप में मैदान में ताल ठोकी। 2018 के चुनाव की बात करें तो इस चुनाव में 18 निर्दलीय प्रत्याशियों ने बाजी मारी। जबकि भाजपा के 12 व कांग्रेस के दस प्रत्याशियों ने जीत हासिल की थी। यहां दिलचस्प बात यह थी कि विजयी रहे 18 निर्दलीय प्रत्याशियों में से कई राजनैतिक दलों से जुड़े थे। लेकिन, उन्होंने दल के सिंबल पर चुनाव लड़ने के बजाए निर्दलीय के रूप में मैदान में उतरना बेहतर समझा। कुछ यही स्थिति इस मर्तबा भी है। चुनाव जंग में ताल ठोक रहे कई ऐसे प्रत्याशी हैं, जिन्होंने पार्टी टिकट के बजाए निर्दलीय मैदान में उतरना बेहतर समझा। राजैनतिक दलों से जुड़े यह प्रत्याशी दल के सिंबल पर चुनाव लड़ रहे दावेदारों की परेशानी बढ़ा रहे हैं। ऐसे में मैदान में कौन भारी पड़ता है इसका निर्णय 25 जनवरी की तिथि ही बताएगी।
दो ऐसे वार्ड जहां भाजपा-कांग्रेस में सीधी टक्कर
अधिकांश वार्डों में निर्दलीय पार्टी के प्रत्याशियों पर भारी पड़ रहे हैं। लेकिन, नगर निगम के अंतर्गत दो वार्ड ऐसे हैं, जहां कोई निर्दलीय प्रत्याशी मैदान में नहीं है। नतीजा, भाजपा व कांग्रेस के मध्य सीधी जंग है। वार्ड संख्या 31 में भाजपा से सौरव नौडियाल मैदान में हैं तो कांग्रेस से संदीप रावत रण में हैं। इसी तरह वार्ड संख्या 34 से भाजपा ने जयकृष्ण व कांग्रेस ने विवेक को मैदान में उतारा है।