भारत ने कहा, हवाई यात्रा बंद होने से पहले सभी भारतीय नागरिक जल्द अफगानिस्तान छोड़ दें
काबुल। अफगानिस्तान के चौथे बड़े शहर मजार ए शरीफ पर कब्जे को लेकर भीषण संघर्ष शुरू हो गया है। शहर को चारों तरफ से तालिबान के घेरने के बाद भारत सरकार तेजी से हरकत में आ गई है। सरकार ने एडवाइजरी जारी करते हुए सभी नागरिकों से कहा है कि वह अफगानिस्तान को तत्काल छोड़ दें। भारत ने मजार ए शरीफ के वाणिज्य दूतावास के सभी राजनयिक, कर्मचारियों और नागरिकों को सुरक्षित निकालने के लिए विशेष विमान भी भेजा है।
भारत ने एक ताजा एडवाइजरी में अफगानिस्तान में रहने वाले सभी भारतीय नागरिकों से कहा है कि वह समय रहते अफगानिस्तान को छोड़कर अपने देश लौट आएं। अफगानिस्तान से उड़ानें बंद होने से पहले वहां काम करने वाली भारतीय कंपनियों के कर्मचारियों को भी वापस लौटने के लिए कहा गया है। मीडिया से जुड़े अफगानिस्तान में कवरेज कर रहे भारतीय पत्रकारों से भी कहा गया है कि वह दूतावास के संपर्क में निरंतर बने रहें।
इधर, तालिबान के चारों तरफ से मजार ए शरीफ घेरने के बाद नागरिकों को सुरक्षित निकालने के लिए वाणिज्य दूतावास ने अपील जारी करते हुए कहा है कि शहर के आसपास जो भी भारतीय हैं, वे विशेष विमान से नई दिल्ली पहुंचने के लिए उनसे संपर्क करें। इसके लिए वाणिज्य दूतावास ने टेलीफोन नंबर भी जारी किए हैं। भारत सरकार के आंकड़ों के मुताबिक वर्तमान में 1500 भारतीय नागरिक अफगानिस्तान में हैं।अफगानिस्तान में गए सभी भारतीय पत्रकारों को भी जाने के लिए बोला गया है। देश के विभिन्न हिस्सों में हो रही सुरक्षा स्थिति में तेजी से बदलाव को देखते हुए यह जोखिम मीडियाकर्मियों पर भी है। भारतीय नागरिकों को दूतावास की वेबसाइट या ईमेल द्वारा अपने आप को पंजीकरण के लिए कहा गया है।
पिछले हफ्ते ही विदेश मंत्रालय ने लोकसभा में कहा था कि भारत सतर्क है और अफगानिस्तान में सभी भारतीयों की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक उपाय कर रहा है। बता दें कि देश में जब से अमेरिकी सैनिकों को वापस शुरू हुई है तब से तालिबान हिंसा का सहारा लेकर पूरे अफगानिस्तान में तेजी से आगे बढ़ रहा है।