कजान में खुलेगा भारतीय दूतावास, पीएम मोदी ने ईरान के राष्ट्रपति से की मुलाकात
कजान। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ब्रिक्स सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए मंगलवार को रूस के कजान पहुंचे। यहां एयरपोर्ट पर उनके जबरदस्त स्वागत के लिए बड़ी संख्या में लोग जुट गए। पीएम मोदी यहां ब्रिक्स देश के नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे। इसके अलावा वे कई अन्य कार्यक्रमों में भी शामिल होंगे। कजान में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन से इतर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ईरानी राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियान से मुलाकात की। जुलाई में चुनाव जीतने के बाद ईरान के राष्ट्रपति बने पेजेशकियान और पीएम मोदी के बीच यह पहली मुलाकात थी। द्विपक्षीय बैठक में पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि पिछले एक साल में इफकउर की सफल अध्यक्षता के लिए मैं आपको बधाई देता हूं। 15 वर्षों में ब्रिक्स ने अपनी विशेष पहचान बनाई है और अब विश्व के सफल देश इससे जुड़ना चाहते हैं। कल मैं ब्रिक्स सम्मलेन में हिस्सा लेने के लिए उत्सुक हूं।
पुतिन ने जताया पीएम मोदी का आभार
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि, मुझे याद है कि जुलाई में हमारी मुलाकात हुई थी और कई मुद्दों पर हमारी बहुत अच्छी चर्चा हुई थी। हमने कई बार टेलीफोन पर भी बात कर चुके हैं। कजान आने का निमंत्रण स्वीकार करने के लिए मैं आपका बहुत आभारी हूं। आज हम ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के उद्घाटन समारोह में भाग लेंगे और उसके बाद रात्रिभोज करेंगे। आज होने वाले ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान अन्य नेताओं के साथ मिलकर हमें कुछ बहुत महत्वपूर्ण निर्णय लेने चाहिए।
कजान में खुलेगा भारत का नया दूतावास: पीएम मोदी
रूस के राष्ट्रपति पुतिन से मुलाकात के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि मुझे खुशी है कि इस खूबसूरत शहर में आने का मुझे मौका मिला है। कजान में भारत का नया दूतावास खुलने से रूस और भारत के संबंध और मजबूत होंगे।
रूस के साथ भारत के
ऐतिहासिक संबंध
द्विपक्षीय बैठक के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि रूस के साथ हमारे ऐतिहासिक संबंध हैं। हमारी गहरी मित्रता है। हमारे संबंध और मजबूत होंगे। पीएम मोदी ने रूस के राष्ट्रपति पुतिन को ब्रिक्स सम्मेलन को लेकर बधाई दी। पीएम ने कहा कि रूस-यूक्रेन संघर्ष को लेकर हमारा संपर्क बना हुआ है। हर समस्या का हल शांति से ही हो सकता है। रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर पीएम ने कहा कि भारत अपने रुख पर कायम है और शांति को लेकर हर संभव सहयोग करेगा। हम शांति और स्थिरता की बहाली का समर्थन करते हैं।